Eliza Nelson: टीम इंडिया की पूर्व कप्तान एलिजा नेल्सन की महिला हॉकी टीम को सलाह, जानें क्या कहीं इतनी बड़ी बात
Indian women's hockey team (Photo Credit: @DilipTirkey)

Eliza Nelson Advice To Women Hockey Team: भारतीय महिला हॉकी टीम की पूर्व कप्तान और पद्म श्री से सम्मानित एलिजा नेल्सन ने हॉकी पे चर्चा, हॉकी इंडिया द्वारा शुरू की गई एक पॉडकास्ट श्रृंखला के 51वें एपिसोड में खेल में अपनी यात्रा और महिला हॉकी की संस्कृति के बारे में बात की. एलिजा ने सविता की अगुवाई वाली भारतीय महिला हॉकी टीम को महत्वपूर्ण एफआईएच हॉकी ओलंपिक क्वालीफायर रांची 2024 से पहले शुभकामनाएं दी और उन्हें एक समय में एक मैच पर ध्यान देने की सलाह दी.एफआईएच हॉकी ओलंपिक क्वालीफायर रांची 2024, 13 जनवरी से 19 जनवरी तक खेला जाएगा. जिसमें शीर्ष 3 में रहने वाली टीम पेरिस 2024 ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करेगी. यह भी पढ़ें: ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरे वनडे में लाज बचाने उतरेगी टीम इंडिया की महिलाएं, मैच से पहले जानें हेड टू हेड रिकार्ड्स, मिनी बैटल, स्ट्रीमिंग समेत सारे डिटेल्स

एलिजा नेल्सन ने कहा, "एक समय में एक मैच के बारे में सोचें और फ़ाइनल का सफर तय करें। हमें जीतना ही होगा, क्योंकि हमारे पास कोई और ऑप्शन नहीं है."

भारत को पूल बी में न्यूजीलैंड, इटली और संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ रखा गया है। इस बीच, जर्मनी, जापान, चिली और चेक गणराज्य पूल ए में प्रतिस्पर्धा करेंगे.

भारत अपने अभियान की शुरुआत 13 जनवरी को संयुक्त राज्य अमेरिका के खिलाफ करेगा. फिर, 14 जनवरी को न्यूजीलैंड और के खिलाफ मैच होगा। 16 जनवरी को टीम आखिरी पूल बी मैच में इटली से भिड़ेगी.

एलिज़ा का जन्म पुणे, महाराष्ट्र में हुआ था। दिलचस्प बात यह है कि पुणे के 26 से अधिक खिलाड़ियों ने भारत का प्रतिनिधित्व किया है, और 7 ने भारतीय महिला हॉकी टीम की कप्तानी की है.

एलिज़ा ने कहा, "देश के अन्य क्षेत्रों की तुलना में हम दक्षिण भारत में बिल्कुल अलग माहौल में रहते हैं, जहां माता-पिता हमेशा अपने बच्चों को आगे बढ़ने और खेलने के लिए प्रोत्साहित करते हैं."

एलिजा भारतीय महिला हॉकी टीम की कप्तान थीं। जिसने 1982 में नई दिल्ली में खचाखच भरे शिवाजी स्टेडियम में आयोजित एशियाई खेलों में ऐतिहासिक स्वर्ण पदक जीता था. वह उस भारतीय टीम का भी हिस्सा थीं, जो 1980 के मॉस्को ओलंपिक खेलों में चौथे स्थान पर रही थी.

1982 के एशियाई खेलों में ऐतिहासिक स्वर्ण पदक जीतने वाली भारतीय महिला हॉकी टीम को किसी और ने नहीं बल्कि महान कोच बालकृष्ण सिंह ने प्रशिक्षित किया था, जो एक खिलाड़ी और कोच दोनों के रूप में स्वर्ण पदक जीतने वाले भारत के एकमात्र खिलाड़ी थे.