नई दिल्ली: मैदान पर दनादन गोल दाग दिग्गज खिलाड़ी लियोनेल मेसी की बराबरी करने वाले भारतीय फुटबाल टीम के कप्तान सुनील छेत्री ने स्वीकार किया है कि समय के साथ वह बूढ़े होते जा रहे और इसी कारण वह काफी भावुक भी हो गए हैं. छेत्री का कहना है कि वह आजकल काफी भावुक हो रहे हैं और इसका असर उन पर दिख भी रहा है. हाल ही में समाप्त इंटरकोंटिनेंटल कप के पहले पहले मैच में ताइवान के खिलाफ जब दर्शक मैदान पर बेहद कम थे तो छेत्री उदास हो गए थे और उन्होंने इसी उदासी में भावुक होकर अगले दिन एक वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया था, जिसमें उन्होंने हाथ जोड़ते हुए दर्शकों से अपील की थी कि वो मैदान पर आएं.
इस वीडियो को सोशल मीडिया पर अच्छी खासी तवज्जो मिली थी और भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली, क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर से लेकर कई दिग्गजों ने छेत्री का समर्थन किया था.
छेत्री की अपील के बाद केन्या के खिलाफ अगले मैच में स्टेडियम दर्शकों से खचाखच भरा था. इस मैच में भी भारत ने जीत हासिल की थी और मैच खत्म होने के बाद छेत्री ने पूरी टीम के साथ मैदान का चक्कर लगाया था और हाथ जोड़कर इस शानदार समर्थन के लिए दर्शकों का धन्यवाद दिया था. इस दौरान भी छेत्री काफी भावुक हो गए थे.
यहां राष्ट्रीय राजधानी में किया मोटर्स द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में जब छेत्री से पूछा गया कि वह आजकल बार-बार काफी भावुक हो जा रहे हैं, तब छेत्री ने हंसकर कहा वह अब बूढ़े हो रहे हैं.
अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर 64 गोल मारने वाले छेत्री ने कहा, "मैं बूढ़ा हो रहा हूं. उम्र 30 के पार हो चुकी है. कुछ न मिले तो वीडियो बना देता हूं. जिस दिन वो वीडियो मनाया उस दिन ब्रेकफास्ट नहीं किया था. खाली बैठा था तो वीडियो बना दिया. अपनी पीआर टीम से पूछा नहीं डालने से पहले क्योंकि अगर पूछता तो वो डालने नहीं देते. शादी हो गई है, समय के साथ बूढ़ा हो रहा हूं, इसीलिए भावनाओं में बह जाता हूं."
छेत्री की अपील के बाद हर मैच में दर्शकों का जमावड़ा देखा गया था और फाइनल में मुंबई में हुई बारिश के बाद भी अच्छे खासे लोग मैदान में पहुंचे थे. छेत्री की कप्तानी में भारत ने रविवार को केन्या को 2-0 से हराते हुए इंटरकोंटिनेंटल कप जीता था. दोनों गोल छेत्री ने ही किए. इस टूर्नामेंट में छेत्री ने एक हैट्रिक सहित कुल आठ गोल किए.