युवराज सिंह ने इंटरनेशनल क्रिकेट से लिया संन्यास, ट्विटर पर इमोशनल हुए फैन्स, सहवाग ने कही ये बात
युवराज सिंह के इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास लेने के ऐलान के बाद ट्विटर पर उनके फैन्स इमोशनल हो गए .
युवराज सिंह (Yuvraj Singh) ने सोमवार को इंटरनेशनल क्रिकेट (International Cricket) से संन्यास (Retirement) लेने की घोषणा की. 37 साल के क्रिकेटर युवराज सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘मैंने 25 साल के बाद अब क्रिकेट से आगे बढ़ने का फैसला किया है. क्रिकेट ने मुझे सब कुछ दिया और यही वजह है कि मैं आज यहां पर हूं.’ उन्होंने कहा, ‘मैं बहुत भाग्यशाली रहा कि मैंने भारत की तरफ से 400 मैच खेले. जब मैंने खेलना शुरू किया था तब मैं इस बारे में सोच भी नहीं सकता था.’ उन्होंने कहा, ‘यह इस खेल के साथ एक तरह से प्रेम और नफरत जैसा रिश्ता रहा. मैं शब्दों में बयां नहीं कर सकता कि वास्तव में यह मेरे लिए कितना मायने रखता है. इस खेल ने मुझे लड़ना सिखाया. मैंने जितनी सफलताएं अर्जित की उससे अधिक बार मुझे नाकामी मिली पर मैंने कभी हार नहीं मानी.’
उधर, युवराज सिंह के इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास लेने के ऐलान के बाद ट्विटर (Twitter) पर उनके फैन्स इमोशनल हो गए और उन्हें भावनात्मक विदाई दी. किसी ने युवी को भारत के वर्ल्ड कप का हीरो कहा और मेमोरिज के लिए आभार जताया तो वहीं किसी ने यूवी को ग्रेट फाइटर कहा और उन्हें आगे की जर्नी के लिए शुभकामनाएं दी. वहीं, वीरेंद्र सहवाग ने भी युवी के रिटायरमेंट पर प्रतिक्रिया जाहिर की है.
मालूम हो कि युवराज सिंह ने टीम इंडिया की तरफ से 40 टेस्ट, 304 वनडे ओर 58 टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले. उन्होंने टेस्ट मैचों में 1900 और वनडे में 8701 रन बनाए. उन्हें वनडे में सबसे अधिक सफलता मिली. टी-20 इंटरनेशनल में उनके नाम पर 1177 रन दर्ज हैं. युवराज सिंह ने अपने करियर के तीन महत्वपूर्ण क्षणों में विश्व कप 2011 की जीत और मैन आफ द सीरीज बनना, टी20 विश्व कप 2007 में इंग्लैंड के खिलाफ एक ओवर में छह छक्के जड़ना और पाकिस्तान के खिलाफ लाहौर में 2004 में पहले टेस्ट शतक को शामिल किया. यह भी पढ़ें- युवराज सिंह ने इंटरनेशनल क्रिकेट को कहा अलविदा, बोले- अब आगे बढ़ना है
विश्व कप 2011 के बाद कैंसर से जूझना उनके लिये सबसे बड़ी लड़ाई थी. इसके बाद हालांकि उनकी फॉर्म अच्छी नहीं रही. उन्होंने भारत की तरफ से आखिरी मैच जून 2017 में इंग्लैंड के खिलाफ वनडे के रूप में खेला था.