Yuvraj Singh Retirement: टीम इंडिया के सबसे सफल बाएं हाथ के बल्लेबाज युवराज सिंह ने अंतराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया है. युवराज सिंह काफी समय से टीम से बाहर चल रहे थे. युवी ने आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपने रिटायरमेंट की घोषणा की. प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उन्होंने क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से रिटायरमेंट की घोषणा की. युवराज सिंह ने कहा, '22 गज (क्रिकेट पिच) में 25 साल और इंटरनेशनल क्रिकेट में लगभग 17 साल बिताने के बाद मैंने आगे बढ़ने का फैसला किया है. इस खेल ने मुझे सिखाया है कि कैसे लड़ते हैं, गिरते हैं, मिट्टी पोंछते हैं, उठना है और आगे बढ़ना है.'
मालूम हो कि युवराज सिंह ने साल 2000 में केन्या में अपने इंटरनेशनल क्रिकेट करियर की शुरुआत की थी. उन्होंने सौरव गांगुली के नेतृत्व में ICC चैंपियंस ट्रॉफी में अंतराष्ट्रीय सफर का आगाज किया था. अपनी ताबड़तोड़ बल्लेबाजी और शानदार फील्डिंग के लिए युवी उस दौर के सभी कप्तानों की पसंद बन गए थे. साल 2003 वर्ल्ड कप में भी उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया था.
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Yuvraj Singh announces retirement from International cricket pic.twitter.com/RQbumXn4Pa
— ANI (@ANI) June 10, 2019
Yuvraj Singh: After 25 years in and around the 22 yards and almost 17 years of international cricket on and off, I have decided to move on. This game taught me how to fight, how to fall, to dust off, to get up again and move forward pic.twitter.com/NI2hO08NfM
— ANI (@ANI) June 10, 2019
The man who starred in India's 2007 World T20 and 2011 World Cup victories, @YUVSTRONG12 announces his retirement from International cricket.
What's your favourite #YuvrajSingh moment in international cricket? pic.twitter.com/7Bw5LnwOFG
— BCCI (@BCCI) June 10, 2019
साल 2007 टी-20 वर्ल्ड कप में उनके द्वारा ब्रोड को लगाए 6 छक्के कौन भूल सकता है. भारत ने वह वर्ल्ड कप जीत लिया था. 2011 वर्ल्ड कप में भी उन्होंने अहम भूमिका निभाई थी. उस वक्त वो कैंसर जैसी घातक बीमारी से जूझ रहे थे मगर फिर भी उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और गेंद-बल्ले दोनों से योगदान दिया. हालांकि, उसके बाद वो टीम से अन्दर-बाहर होते रहे. साल 2015 वर्ल्ड कप वाली टीम में भी उन्हें जगह नहीं मिली थी.