जब क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर अंडरवियर के अंदर टिशू पेपर डालकर उतरे थे मैदान पर...
क्रिकेट की दुनिया में 'क्रिकेट के भगवान' नाम से मशहूर सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) के बारे में किसी को बताने की जरुरत नहीं है. सचिन ने क्रिकेट में कुछ ऐसे रिकॉर्ड बनाए हैं जिन्हें तोड़ना मुमकिन ही नहीं लगभग नामुनकिन है.
क्रिकेट की दुनिया में 'क्रिकेट के भगवान' नाम से मशहूर सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) के बारे में किसी को बताने की जरुरत नहीं है. सचिन ने क्रिकेट में कुछ ऐसे रिकॉर्ड बनाए हैं जिन्हें तोड़ना मुमकिन ही नहीं लगभग नामुनकिन है. सचिन तेंदुलकर के नाम टेस्ट मैच एवं वनडे क्रिकेट दोनों फार्मेट में सर्वाधिक शतक बनाने का रिकॉर्ड दर्ज है. बता दें कि सचिन तेंदुलकर ने अपने टेस्ट क्रिकेट करियर में 15921 रन बनाए हैं, वहीं वनडे मैच में 18426 रन बनाए हैं. सचिन ने अपना पहला प्रथम श्रेणी क्रिकेट मैच मुम्बई के लिये 14 वर्ष की उम्र में खेला था. उन्होंने अन्तर्राष्ट्रीय क्रिकेट करियर की शुरुआत 1989 में पाकिस्तान के खिलाफ कराची से की थी.
बता दें कि सचिन तेंदुलकर ने अपनी आत्मकथा 'प्लेइंग इट माय वे' (Playing It My Way) के माध्यम से अपने क्रिकेट करियर से जुड़ी कई रोचक घटनायों साझा की थीं. इनमें से कुछ घटनाएं जहां प्रेरणादायक और मनोरंजक हैं वहीं कुछ घटनाओं के बारे में जानकार आपको हंसी आ जाएगी. जैसा कि एक घटना का जिक्र करते हुए सचिन ने लिखा है कि भारत को 2003 आईसीसी विश्व कप (Cricket World Cup) के 'सुपर 6' चरण में जोहान्सबर्ग में श्रीलंका के साथ खेलना था, लेकिन मैच से पहले उनका पेट खराब था और वह खेलने की हालत में नहीं थे लेकिन फिर भी, उन्होंने खेलने का फैसला किया और इस स्थिति को अपनी तरह से संभाला.
सचिन तेंदुलकर ने अपनी पुस्तक में लिखा है कि, “स्थिति इतनी खराब थी कि मुझे अपने अंडरवियर के अंदर टिशू डालकर बल्लेबाज़ी करने के लिए उतरना पड़ा. ड्रिंक ब्रेक के दौरान मुझे ड्रेसिंग रूम में वापस जाना पड़ा और मैच के बीच में मैं बेहद असहज महसूस कर रहा था.”
सचिन ने उस मैच में 97 रन बनाये थे, जिससे भारत ने एक महत्वपूर्ण जीत दर्ज की थी. उस विश्व कप में वह सबसे अधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी भी रहे थे. इस तरह से लिटिल मास्टर ने एक बार फिर से साबित कर दिया कि महान बनने के लिए समर्पण और मेहनत कितनी जरूरत होती है.