इंडियन प्रीमियर लीग (Indian Premier League) (आईपीएल) के मैचों पर सट्टा संचालित करने वाले रैकेट का पुलिस ने भंडाफोड़ किया है. दो बार छापे के बाद, कथित रूप से रैकेट चलाने के लिए तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस को तीन सॉफ्टवेयर भी मिले हैं, जिनका इस्तेमाल सट्टेबाजी के लिए किया जा रहा था. पहले छापे में, भयंदर के नवघर इलाके में पुलिस को विशिष्ट जानकारी मिली थी कि 42 वर्षीय विजय तिवारी अपने सहयोगियों के साथ संयुक्त अरब अमीरात में खेली जा रही आईपीएल सीरिज पर ऑनलाइन सॉफ़्टवेयर के माध्यम से बैटिंग कर रहे थे. इसके बाद पुलिस ने भयंदर ईस्ट में साईंबाबा नगर में एक व्यावसायिक यूनिट में छापा मारा. यह भी पढ़ें: IPL 2020 Update: आईपीएल के दौरान सट्टेबाजी को रोकने के लिए ब्रिटिश कंपनी की मदद लेगा BCCI
“विजय तिवारी साईंबाबा नगर का निवासी है. वह टेलीविज़न पर आईपीएल मैच देख रहा था और उसके पास चार मोबाइल फोन थे, जिनसे वह बैटिंग के कॉल्स ले रहा था. वह बैटिंग के लिए BET365, TENEXCH और NINEXCH जैसे तीन सॉफ्टवेयर्स का इस्तेमाल कर रहा था. पूछताछ में तिवारी ने पुलिस को अपने साथियों राकेश शर्मा, पिंकेश और समीर के बारे में बताया. पुलिस आगे की जांच में जुटी है. तिवारी पर शनिवार को द टेलीग्राफ की धारा 25 (सी) द महाराष्ट्र प्रिवेंशन ऑफ जुआ एक्ट की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया.
बैटिंग के मामले कर्जत पुलिस ने ठाणे निवासी कांति वर्सुंगिया और मुलुंड निवासी प्रकाश पोपट को गिरफ्तार किया है, जो कथित तौर पर आईपीएल मैचों पर सट्टेबाजी ले रहे थे. पुलिस ने उनके पास से पांच मोबाइल फोन जब्त किए हैं. अधिकारी ने कहा, "हमारी जांच से पता चला है कि जिन सिम कार्ड को जुए के लिए इस्तेमाल किया गया था, वे फर्जी दस्तावेजों के जरिए खरीदे गए थे."