Vignesh Puthur Mumbai Indians: जिसे समझा पत्थर, वह निकला 'कोहीनूर'! मुंबई इंडियंस को मिल गया नया स्पिन जादूगर, धोनी भी हुए कायल (Watch Video)
इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2025 के 18वें सीजन में मुंबई इंडियंस (MI) ने विग्नेश पुथुर नाम का नया 'हीरा' तराशा है, जिसने अपने डेब्यू मैच में ही कमाल कर दिया.

Vignesh Puthur Mumbai Indians: इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2025 के 18वें सीजन में मुंबई इंडियंस (MI) ने विग्नेश पुथुर नाम का नया 'हीरा' तराशा है, जिसने अपने डेब्यू मैच में ही कमाल कर दिया. विग्नेश ने चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) के खिलाफ 4 ओवर में 32 रन देकर 3 विकेट लिए और बड़े-बड़े बल्लेबाजों को पवेलियन भेज दिया. उनके इस प्रदर्शन से न सिर्फ फैंस, बल्कि महेंद्र सिंह धोनी भी हैरान हैं. केरल के मल्लपुरम के रहने वाले 24 साल के विग्नेश पुथुर बेहद साधारण परिवार से आते हैं. उनके पिता ऑटो रिक्शा चलाते हैं, लेकिन उन्होंने विग्नेश के क्रिकेट के सपने को पूरा करने में कोई कसर नहीं छोड़ी.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, IPL 2025 के मेगा ऑक्शन में मुंबई इंडियंस ने विग्नेश को सिर्फ 30 लाख रुपये के बेस प्राइस में खरीदा. वो स्लो लेफ्ट आर्म ऑर्थोडॉक्स स्पिनर हैं और इस सीजन में बतौर ऑलराउंडर खेलते नजर आएंगे.
मुंबई इंडियंस ने खोजा नायाब हीरा! धोनी भी हुए कायल
डेब्यू मैच में मचाई धूम, CSK की हालत कर दी खराब
मैच में मुंबई इंडियंस ने जब उन्हें सब्स्टीट्यूट के तौर पर उतारा, तो उन्होंने अपने स्पिन से CSK के मजबूत बल्लेबाजी क्रम को हिला दिया. उन्होंने ऋतुराज गायकवाड़, शिवम दुबे और दीपक हुड्डा जैसे बड़े बल्लेबाजों को अपना शिकार बनाया और मुंबई को मैच में वापसी दिलाई.
संघर्ष भरी जिंदगी, लेकिन कभी नहीं मानी हार
विग्नेश का सफर आसान नहीं था. क्रिकेटर बनने का सपना देखने वाले इस खिलाड़ी ने कई चुनौतियों का सामना किया. 11 साल की उम्र से क्रिकेट खेलना शुरू किया, लेकिन आर्थिक तंगी के कारण कभी-कभी क्रिकेट छोड़ने की नौबत आ गई. उन्होंने केरल क्रिकेट लीग (KCL) में शानदार प्रदर्शन किया और इसी दम पर मुंबई इंडियंस की नजर उन पर पड़ी.
हालांकि, अभी तक उन्होंने केरल की सीनियर टीम में डेब्यू नहीं किया है, लेकिन अंडर-14 और अंडर-19 स्तर पर अपने राज्य का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं.
सिर्फ क्रिकेट ही नहीं, पढ़ाई में भी टॉप
क्रिकेट के साथ-साथ विग्नेश पढ़ाई में भी अव्वल रहे हैं. उन्होंने साहित्य में मास्टर डिग्री हासिल की है. उनकी मेहनत और जुनून ही उन्हें इस मुकाम तक लेकर आया है.
विग्नेश पुथुर की कहानी मेहनत, संघर्ष और सफलता का बेहतरीन उदाहरण है.