नई दिल्ली, 27 अगस्त: टी20 फॉर्मेट के सबसे खतरनाक बल्लेबाज और टीम इंडिया के टी20 कप्तान सूर्यकुमार यादव, इन दिनों घरेलू क्रिकेट खेल रहे हैं. बुची बाबू टूर्नामेंट के बाद सूर्यकुमार दलीप ट्रॉफी भी खेलेंगे. इस बीच उन्होंने भारत के लिए लाल गेंद क्रिकेट में वापसी करने की अपनी ख्वाहिश जाहिर की. हालांकि, हालांकि वह खुद भी यह मानते हैं कि यह उतना आसान नहीं होने वाला है. यह भी पढ़ें: Duleep Trophy: रवींद्र जडेजा और मोहम्मद सिराज दलीप ट्रॉफी से बाहर, उमरान मलिक की भी तबीयत खराब
टी20 फॉर्मेट में अपनी धाक साबित कर चुके सूर्यकुमार अन्य दोनों फॉर्मेट में टीम में सेट नहीं हो पा रहे. उन्हें बार-बार मौका जरूर मिला है, लेकिन वह इसको भुनाने में सफल नहीं रहे हैं.
मुंबई के ही सरफराज खान और श्रेयस अय्यर के अलावा केएल राहुल और रजत पाटीदार टेस्ट टीम में जगह बनाने के मामले में सूर्यकुमार से आगे हैं. लेकिन सूर्यकुमार घरेलू क्रिकेट में प्रदर्शन कर भारतीय टीम में वापसी करना चाहते हैं.
बुची बाबू टूर्नामेंट खेलने कोयंबटूर पहुंचे सूर्यकुमार ने मुंबई के ट्रेनिंग सेशन के बाद कहा, "काफी लोगों ने अपनी जगह बनाने के लिए मेहनत की है और मैं भी इस जगह को दोबारा हासिल करना चाहता हूं. मैंने टेस्ट में इंडिया के लिए डेब्यू किया था, इसके बाद मैं चोटिल भी हो गया. बहुत लोगों को मौके भी मिले और उन्होंने अच्छा भी किया है.
ईएसपीएनक्रिकइन्फो की एक रिपोर्ट के मुताबिक सूर्यकुमार ने कहा, "अगर मेरी जगह बनती है तो मुझे भी मौका मिलेगा, लेकिन यह मेरे हाथ में नहीं है. मेरे बस में सिर्फ इतना है कि मैं बुची बाबू और दलीप ट्रॉफी में प्रदर्शन करूं और अपनी बारी का इंतजार करूं."
इस समय सूर्यकुमार बुची बाबू टूर्नामेंट का हिस्सा बनने कोयंबटूर पहुंचे हैं, जिसके बाद वह दलीप ट्रॉफी में हिस्सा लेने के लिए अनंतपुर का रुख करेंगे। सूर्यकुमार, ऋतुराज गायकवाड़ के नेतृत्व वाली इंडिया 'सी' टीम का हिस्सा हैं.
सूर्यकुमार ने कहा, "लाल गेंद क्रिकेट हमेशा से मेरी प्राथमिकता रही है. जब मैं बड़ा हो रहा था, उसी दौरान मुंबई के मैदानों में खेलते हुए लंबे प्रारूप की क्रिकेट के प्रति मेरा लगाव बढ़ता गया. मैंने पिछले 10 वर्षों में काफी प्रथम श्रेणी क्रिकेट खेली है. मैं हमेशा मुंबई के लिए खेलने के लिए मिलने वाले अवसर का लाभ उठाना चाहूंगा, चाहे वो बुची बाबू या दलीप ट्रॉफी हो. काफी खिलाड़ियों ने इन टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन किया है और आगे चलकर उन्हें देश के लिए खेलने का मौका मिला है."
प्रथम श्रेणी क्रिकेट में सूर्यकुमार के आंकड़े अच्छे हैं. उन्होंने 82 प्रथम श्रेणी मैच में 43.62 की औसत से 5628 रन बनाए हैं, जिसमें 14 शतक और 29 अर्धशतक शामिल हैं.