विनोद कांबली को जन्मदिन के मौके पर क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर ने खास अंदाज में किया विश

भारतीय टीम के पूर्व धाकड़ बल्लेबाज विनोद कांबली (Vinod Kambli) आज अपना 46वां जन्मदिन मना रहे हैं. विनोद कांबली का जन्म 18 जनवरी 1972 को मुंबई में हुआ था. कांबली को उनकी उपलब्धियों से ज्यादा उनसे जुड़े विवाद के बारे में जाना जाता है.

विनोद कांबली और सचिन तेंदुलकर (Photo Credit: Twitter @Sachin_RT)

भारतीय टीम के पूर्व धाकड़ बल्लेबाज विनोद कांबली (Vinod Kambli) आज अपना 46वां जन्मदिन मना रहे हैं. विनोद कांबली का जन्म 18 जनवरी 1972 को मुंबई में हुआ था. कांबली को उनकी उपलब्धियों से ज्यादा उनसे जुड़े विवाद के बारे में जाना जाता है. बता दें कि कांबली जब 16 साल के थे तब उन्होंने सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) के साथ हैरिस शील्ड ट्रॉफी (Harris Shield Trophy) में 664 रनों की नाबाद पार्टनरशिप की थी. कांबली ने 349 रन और तेंदुलकर ने 326 रन बनाए थे. इसी मैच की एक और खास बात ये थी कि कांबली ने 37 रन देकर 6 विकेट भी झटके थे. शायद यही वजह थी कि इन दोनों खिलाड़ियों के गुरु रमाकांत आचरेकर, सचिन से ज्यादा टैलेंटेड विनोद कांबली को मानते थे. लेकिन आज सचिन तेंदुलकर को क्रिकेट का भगवान कहा जाता है तो वहीं विनोद कांबली की गिनती असफल क्रिकेटरों में की जाती है.

विनोद कांबली ने भारतीय टीम के तरफ से 17 टेस्ट मैच खेलते हुए 21 पारियों में 54.20 की औसत से 1084 रन बनाए हैं. जिनमें इनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 227 रन है. इस दौरान विनोद कांबली ने दो बार दोहरा शतक, चार बार शतक रन और तीन बार अर्धशतक लगाए हैं. वहीं विनोद कांबली के वनडे क्रिकेट मैच के प्रदर्शन पर नजर डालें तो कांबली ने देश के लिए 104 मैच खेलते हुए 97वें परियों में 32.59 की औसत से 2477 रन बनाए हैं. विनोद कांबली ने वनडे मैचों में 14 अर्धशतक और दो शतक लगाए हैं. वनडे में विनोद कांबली का सर्वश्रेष्ठ स्कोर 187 रन है. कांबली के नाम वनडे मैचों में एक विकेट भी दर्ज है.

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विनोद कांबली भारतीय टीम में कभी भी स्थाई रूप से अपना जगह नहीं बना सके. बता दे कांबली भारतीय टीम में लगभग 9 बार आए और गए. लेकिन वह एक भी बार अपनी जगह पक्की करने में कामयाब नहीं हो पाए. कांबली ने बाद में आरोप लगाया कि उनके कप्तान, टीम के साथी, चयनकर्ता और क्रिकेट बोर्ड की वजह से उनका करियर बर्बाद हुआ. एक टीवी शो में कांबली ने बचपन के दोस्त सचिन तेंदुलकर के लिए भी कहा कि मुश्किल वक्त में सचिन ने उनका साथ नही दिया.

विनोद कांबली के जन्मदिन के मौके पर मास्टर ब्लास्टर  सचिन तेंदुलकर ने खास अंदाज में विश किया है-

क्रिकेट में फ्लॉप होने के बाद कांबली ने कई क्षेत्रों में हाथ आजमाए लेकिन उन्हें कहीं भी सफलता नहीं मिल पाई. कांबली ने फिल्मों में काम किया, टीवी पर नजर आए लेकिन कहीं भी उनका सिक्का नहीं जम पाया. 2009 में उन्होंने राजनीति की ओर रुख किया. उन्होंने लोक भारत पार्टी की टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ा लेकिन हार गए. आजकल वह क्रिकेट एक्सपर्ट की भूमिका में नजर आते हैं.

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