MS Dhoni Retirement: इन तीन वजहों से माही को क्रिकेट को कह देना चाहिए अलविदा
साल 2019 के विश्व कप में धोनी का प्रदर्शन निराशाजनक रहा. भारत के कुछ मैचों में उनकी धीमी बल्लेबाजी को लेकर फैन्स ने कई सवाल उठाए. उनके रिटायरमेंट को लेकर भी कई रिपोर्ट्स सामने आ चुकी है. आज हम आपको उन 3 वजहों के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्हें ध्यान में रखते हुए धोनी को अब संन्यास का ऐलान कर देना चाहिए.
महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) ने भारतीय क्रिकेट टीम (Indian Cricket Team) को ऊंचाईयों तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है. उनकी कप्तानी में भारत ने आईसीसी टी-20 विश्व कप 2007, आईसीसी वर्ल्ड कप 2011 और साल 2013 की चैंपियन्स ट्रॉफी का खिताब भी जीता था. उन्होंने अपनी बल्लेबाजी से भारत को कई मैचों में जीत भी दिलाई है. हालांकि, साल 2019 के विश्व कप में धोनी का प्रदर्शन निराशाजनक रहा. भारत के कुछ मैचों में उनकी धीमी बल्लेबाजी को लेकर फैन्स ने कई सवाल उठाए. उनके रिटायरमेंट को लेकर भी कई रिपोर्ट्स सामने आ चुकी है. आज हम आपको उन 3 वजहों के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्हें ध्यान में रखते हुए धोनी को अब संन्यास का ऐलान कर देना चाहिए.
1. युवाओं को मिलेगा मौका
धोनी अगर संन्यास लेने का फैसला लेते हैं तो कई युवा विकेटकीपर बल्लेबाजों को टीम में मौका मिल सकता है. यहां पर हम ईशान किशन और संजू सैमसन जैसे खिलाड़ियों की बात कर रहे हैं. आईपीएल और घरेलू क्रिकेट में दोनों का प्रदर्शन काफी अच्छा रहा है.
2. भारत को चाहिए एक बढ़िया फिनिशर
भारत को इस समय एक बढ़िया फिनिशर की जरुरत है जो टीम को मैच जिताने का दम रखता हो. साल 2009-10 में जिस तरह धोनी मैचों को अंत तक ले जाकर टीम को जीत हासिल करवाते थे, इस समय भी सेलेक्टर्स को वैसे ही एक खिलाड़ी की तलाश करनी चाहिए. धोनी के रिटायरमेंट के बाद ऐसे प्लेयर्स को मौका दिया जा सकता है.
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3. धोनी ने ही बनाई थी यंग टीम की पॉलिसी
एक समय था जब एम एस धोनी ने भारतीय टीम को एक यंग ब्रिगेड बनाने के लिए सेलेक्टर्स के साथ मिलकर सीनियर खिलाड़ियों को टीम से बाहर करने का फैसला लिया था. धोनी को वो पॉलिसी ध्यान में रखते हुए संन्यास के बारे में सोचना चाहिए.