अबु धाबी, 26 सितंबर: आईपीएल (IPL) के 13वें सीजन के आठवें मैच में शनिवार को कोलकाता नाइट राइडर्स (Kolkata Knight Riders) की टक्कर सनराइजर्स हैदराबाद (Sunrisers Hyderabad) के सामने उतरेगी. कोलकाता की तरह हैदराबाद भी अपने पहले मैच में हार गई थी. और अब दोनों टीमें जीत के रास्ते पर लौटने की फिराक में होंगी. केकेआर के पास टी-20 के दिग्गज बल्लेबाज आंद्रे रसेल और इयोन मोर्गन हैं. इसलिए माना जाता है कि यह टीम किसी भी लक्ष्य को हासिल करने में सक्षम है. पहले मैच में मुंबई ने केकेआर की इस ताकत को परखा और उसे 196 रनों का लक्ष्य दिया, लेकिन रसेल चले न मोर्गन और केकेआर को 49 रनों से हार झेलनी पड़ी.
एक मैच के बाद हालांकि इन दोनों को नकारा नहीं जा सकता है और हैदराबाद भी इस बात से वाकिफ होगी. केकेआर ने पहले मैच में सुनील नरेन और शुभमन गिल को पारी की शुरुआत करने भेजा था, लेकिन दोनों तेज शुरूआत नहीं दे सके थे. यहां टीम प्रबंधन एक बदलाव कर सकता है. पहले मैच में निखिल नाइक को केकेआर ने मौका दिया था जो विफल रहे थे. टीम प्रबंधन उन्हें बाहर कर किसी और को मौका दे सकता है.
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मध्य क्रम में कप्तान कार्तिक, नीतीश राणा, मोर्गन और रसेल को पहले से बेहतर करना होगा. अगर यह बल्लेबाजी क्रम चल गया तो किसी भी लक्ष्य को हासिल करना या बड़ा स्कोर बनाना टीम के लिए आसान बात है. गेंदबाजी में भी केकेआर को सुधार करना होगा. पैट कमिंस को टीम ने भारी-भरकम रकम देकर खरीदा था. कमिंस पहले मैच में तो बेअसर रहे थे. तीन ओवरों में 49 रन देने के बाद कमिंस टीम के सबसे महंगे गेंदबाज भी रहे थे. उन्होंने बल्ले से 12 गेंदों पर 33 रन बनाकर यह साबित तो किया था कि वह जरूरत पड़ने पर टी-20 के लिहाज से बल्लेबाजी कर सकते हैं.
टीम प्रबंधन के लिए निश्चित तौर पर यह फायदे का सौदा है लेकिन कमिंस की पहली जिम्मेदारी गेंद से कमाल दिखाने की है और वे भी इस बात को जानते हैं. पहले मैच के बाद आलोचनाओं का शिकार हुए कमिंस दूसरे मैच में आलोचकों का मुंह बंद करना चाहेंगे. शिवम मावी ने मुंबई के खिलाफ शानदार गेंदबाजी की थी. कमिंस के साथ मावी अगर चल जाते हैं तो केकेआर के लिए इससे बेहतर कुछ नहीं होगा. इनके साथ स्पिन विभाग जिसमें सुनील नरेन और कुलदीप यादव हैं वो साथ देता है तो केकेआर के लिए सोने पर सुहागा जैसी स्थिति होगी.
वहीं हैदराबाद के पहले मैच के बाद उसका कमजोर मध्य क्रम उजागर हो गया. डेविड वार्नर चले नहीं थे लेकिन उनके साथी जॉनी बेयरस्टो ने टीम को संभाला था और जैसे ही वो आउट हुए टीम ढेर होती चली गई. मनीष पांडे ने जरूर बेयरस्टो का साथ दिया था लेकिन लंबी पारी न खेल पाने की उनकी आदत जारी रही थी. विजय शंकर ने एक बार फिर निराश किया था. युवा खिलाड़ी प्रियम गर्ग भी पहले मैच में प्रभावित नहीं कर पाए थे. कप्तान वार्नर के लिए तो चिंता इसी बात की है कि उनके और बेयरस्टो के अलावा वह किस पर बल्लेबाजी को लेकर भरोसा करें.
टीम में एक बदलाव हुआ है. पहले मैच में चोटिल हुए मिचेल मार्श टूर्नामेंट से बाहर हो गए हैं. उनके स्थान पर वेस्टइंडीज के जेसन होल्डर आए हैं. गेंदबाजी में भुवनेश्वर कुमार सबसे किफायती रहे थे. संदीप शर्मा, टी.नटराजन, शंकर, अभिषेक शर्मा का प्रदर्शन औसत रहा था. टीम के सबसे बड़े हथियार राशिद खान भी ज्यादा प्रभाव नहीं छोड़ पाए थे. यहां भी टीम चाहेगी कि सभी अच्छा करें. मार्श की जगह यहां मोहम्मद नबी को देखा जा सकता है जो गेंद के अलावा बल्ले से भी अच्छा योगदान देने में सफल हैं.
टीमें (सम्भावित) :
सनराइजर्स हैदराबाद : डेविड वार्नर (कप्तान), अभिषेक शर्मा, बैसिल थम्पी, भुवनेश्वर कुमार, बिली स्टानलेक, जॉनी बेयरस्टो, केन विलियम्सन, मनीष पांडे, मोहम्मद नबी, राशिद खान, संदीप शर्मा, शहबाज नदीम, श्रीवत्स गोस्वामी, सिद्धार्थ कौल, खलील अहमद, टी. नटराजन, विजय शंकर, रिद्धिमान साहा, विराट सिंह, प्रीयम गर्ग, जेसन होल्डर, संदीप बवांका, फाबियान ऐलेन, अब्दुल समद, संजय यादव.
केकेआर : दिनेश कार्तिक (कप्तान), आंद्रे रसेल, सुनील नरेन, कुलदीप यादव, शुभमन गिल, लॉकी फग्र्यूसन, नीतीश राणा, रिंकू सिंह, प्रसिद्ध कृष्णा, संदीप वॉरियर, अली खान, कमलेश नागरकोटी, शिवम मावी, सिद्देश लाड, पैट कमिंस, इयोन मोर्गन, टॉम बेंटन, राहुल त्रिपाठी, वरुण चक्रवर्ती, एम. सिद्धार्थ, निखिल नाइक, क्रिस ग्रीन.