पूर्व कप्तान कपिल देव ने कहा अगर इमरान खान पाकिस्तान के प्रधानमंत्री बन गए तो भारत..
कपिल देव ने ये भी कहा कि अगर दोनों देशों के बीच इमरान के आने से रिश्ते सुधरते हैं और फिर क्रिकेट होता है तो ये अच्छा होगा. कपिल देव ने एक मीडिया चैनल से बातचीत के दौरान कहा कि एक बार फिर भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट सीरीज देखने को मिल सकती है।
नई दिल्ली: पाकिस्तान आम चुनाव में पूर्व क्रिकेटर इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ 114 सीटों पर आगे चल रही है जबकि उसकी मुख्य प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) 67 सीटों पर बढत बनाए हुए है. रूझानों की मानें तो किसी को सरकार बनाने के लिए 172 का जादुई आंकड़ा नहीं मिलेगा और त्रिशंकु संसद की स्थिति बनेगी. पूर्व क्रिकेटर और PAK के सबसे चर्चित नेता इमरान खान पाकिस्तान के नए 'वज़ीर ए आज़म' बनते नज़र आ रहे हैं. पाकिस्तान की जनता के इस फैसले को सलाम करते हुए भारत के पहले विश्वकप विजेता टीम के कप्तान कपिल ने इस मौके पर इमरान खान को मुबारकबाद दी.
कपिल देव ने ये भी कहा कि अगर दोनों देशों के बीच इमरान के आने से रिश्ते सुधरते हैं और फिर क्रिकेट होता है तो ये अच्छा होगा. कपिल देव ने एक मीडिया चैनल से बातचीत के दौरान कहा कि एक बार फिर भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट सीरीज देखने को मिल सकती है.
पूर्व कप्तान ने आगे कहा कि इमरान देश के नए पीएम बन गए हैं तो अब क्रिकेट खेलने पर दोनों देश की सरकारों को मिलकर फैसला करना है, पॉलिसी ऐसी होनी चाहिए जिससे दोनों देशों के रिश्ते अच्छे हो सके. इससे अगर क्रिकेट होता है तो ये दोनों मुल्कों के लिए अच्छा होगा.
इसके साथ ही कपिल देव ने ये भी कहा कि इमरान खान की इस जीत से दोनों मुल्क के लोगों को फायदा होगा. कपिल ने कहा कि इमरान खान हिन्दुस्तान आते रहे हैं और वो यहां के लोगों को अच्छे से जानते और समझते हैं. इससे दोनों देशों के रिश्तें सुधरेंगे. साथ ही इमरान की तारीफ करते हुए कपिल देव ने कहा कि उन्हें 25 साल लगे मेहनत करते-करते इस मकाम तक आने में. क्रिकेट में उन्होंने झंडे गाढ़े हैं लेकिन देश की जिम्मेदारी अलग होती है और हम उम्मीद करते हैं कि उनकी ये कामयाबी पाकिस्तान की बेहतरी की तरफ होगी.
2013 में किसे कितनी सीटें मिलीं?
बता दें कि भारत की तरह पाकिस्तान में भी हर पांच साल बाद चुनाव होते हैं.साल 2013 के चुनाव में नवाज़ शरीफ की पार्टी पीएमएल (एन) को 126, भुट्टो की पार्टी पीपीपी को 34, इमरान की पार्टी पीटीआई को 28 और अन्य को 81 सीटें मिली थीं. नवाज शरीफ ने बहुमत के साथ सरकार बनाई थी.