दोबारा कोहनी की चोट के उभरने के कारण इंग्लैंड के तेज गेंदबाज जोफ्ऱा आर्चर अपनी राष्ट्रीय टीम के समर सीजन से बाहर हो गए हैं. ईसीबी ने पुष्टि की है कि आर्चर की दायीं कोहनी में स्ट्रेस फ्ऱैक्च र एक बार फिर उभर आया है. आर्चर 16 जून से एजबैस्टन में शुरू होने वाले एशेज में इंग्लैंड टीम का हिस्सा नहीं होंगे. छह ह़फ्तों तक चलने एशेज का अंतिम मैच ओवल में खेला जाएगा. हालांकि इंग्लैंड को अभी भी आर्चर के रिकवर होने की उम्मीद है और वह इस बात को लेकर आशावान हैं कि आर्चर इसी साल भारत में होने वाले विश्व कप में उनके टाइटल को डिफेंड करने के अभियान का हिस्सा बनेंगे. यह भी पढ़ें: आयरलैंड टेस्ट के लिए इंग्लैंड की टीम घोषित; जॉनी बेयरस्टो की वापसी, बेन फॉक्स आउट
इंग्लैंड पुरुष क्रिकेट टीम के प्रबंध निदेशक रॉब की ने कहा, "यह अवधि जोफ्ऱा आर्चर के लिए काफी हताशापूर्ण है। दोबारा कोहनी में चोट उभरने से पहले वह लगातार प्रोग्रेस कर रहे थे. हम उनके जल्द रिकवर होने की उम्मीद कर रहे हैं. मुझे पूरा विश्वास है कि हम जल्द ही जोफ्ऱा को इंग्लैंड के लिए दोबारा मैच जीतते हुए देखेंगे."
आर्चर के औपचारिक तौर पर बाहर होने से ठीक पहले ईएसपीएनक्रिकइंफो स्टंप माइक पॉडकास्ट से बात करते हुए इयान बिशप ने कहा, एक ऐसा दौर था जब आर्चर से काफी गेंदबाजी करवाई गई. मैं यह सब देखकर सोच रहा था कि आखिर यह किस तरह का पागलपन है. आर्चर को ओवर के बाद ओवर दिए जा रहे थे. मैं निजी तौर पर आर्चर को रेड बॉल क्रिकेट खेलने की सलाह नहीं दूंगा, कम से कम अगले कुछ सीजन तक तो कतई नहीं."
बिशप ने खुद के अंतर्राष्ट्रीय करियर को याद करते हुए कह, "स्ट्रेस फ्ऱैक्च र के चलते मुझे अपने गेंदबाजी एक्शन में बदलाव करना पड़ा. मैंने बदला लेकिन यह काम नहीं आया क्योंकि इससे मैंने सामंजस्य खो दिया. और जब मैंने वापस अपना पुराना एक्शन पाने का प्रयास किया तब तक मैं वो एक्शन ही भूल चुका था. इसलिए मैं आर्चर के लिए काफी दु:खी हूं. मैं उम्मीद करता हूं कि वह जल्द पुरानी लय में लौट आएंगे."
आर्चर इंग्लैंड की विश्व कप जीत के अभियान के सबसे अहम सदस्यों में से एक थे. फरवरी 2021 के बाद से ही उन्होंने कोई टेस्ट मैच नहीं खेला है. एक लंबी चोट के चलते वह 2023 में चार वनडे और तीन टी20 अंतर्राष्ट्रीय ही खेल पाए. और पूरी तरह से फिट नहीं होने के चलते वह आईपीएल में मुंबई इंडियंस के लिए सिर्फ़ पांच मैच ही खेल पाए. जिसके बाद वह रिहैबिलेशन के लिए स्वदेश वापस लौट गए.