टीम इंडिया का 2019 विश्व कप का सफर खत्म हो गया है. बुधवार को रिजर्व डे पर हुए बाकी मैच में भारतीय टीम को न्यूजीलैंड के हाथों शिकस्त मिली. इस हार के साथ करोड़ों भारतीय फैन्स का फिर एक बार वर्ल्ड कप जीतने का सपना भी टूट गया. फाइनल में न्यूजीलैंड का सामना आस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच गुरुवार को खेले जाने वाले दूसरे सेमीफाइनल मैच की विजेता से होगा. भारत लगातार दूसरी बार सेमीफाइनल में हार कर विश्व कप से बाहर हुई है. 2015 में आस्ट्रेलिया ने सेमीफाइनल में भारत को हराया था.
बहरहाल, इस हार के बाद फिर एक बार टीम इंडिया का मध्यक्रम एक बार फिर एक्सपोज हो गया है. सलामी बल्लेबाज के एल राहुल समेत पंत, कार्तिक और हार्दिक पांड्या फिर एक बार बड़ा स्कोर बनाने में विफल रहे. रोहित और विराट के सस्ते में आउट होने के बाद मिडिल आर्डर का कोई बल्लेबाज़ कुछ कमाल नहीं कर सका. जिसकी वजह से धोनी-जडेजा पर दबाव आ गया.
2011 में ऐसा नहीं था. उस समय टीम के पास मजबूत मिडिल आर्डर था. फाइनल को ही देख ले तो सचिन-सहवाग के आउट होने के बाद गंभीर, कोहली, धोनी और युवराज ने पारी को संभाला और टीम को फिनिशिंग लाइन के पार ले गए.
यहां देखें मैच की हाइलाइट्स
2019 विश्व कप में ऐसा नहीं देखने को मिला. टीम केवल रोहित और विराट के भरोसे ही नजर आई. सेमी फाइनल में ये दोनों फेल हुए और मिडिल आर्डर धराशाई हो गयी. धवन की गैर मौजूदगी का फायदा के एल राहुल नहीं उठा पाए.
कुल मिलाकर कहे तो जो मजबूती टीम में 2011 में थी वो 2019 में नजर नहीं आई.