हैदराबाद, 22 जनवरी : आस्ट्रेलिया दौरे पर टेस्ट में पदार्पण करके शानदार प्रदर्शन करने वाले भारत के युवा तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज (Mohammad siraj) ने गुरुवार कहा कि वह इस आत्मविश्वास को आगे भी जारी रखना चाहते हैं और अपने प्रदर्शन में निरंतरता बनाए रखना चाहते हैं. आस्ट्रेलिया में लगातार दूसरी बार ऐतिहासिक टेस्ट सीरीज 2-1 से जीतने के बाद भारतीय टीम के साथ स्वदेश लौटे सिराज ने कहा कि उनके पास आराम करने का समय नहीं है और अब वह बिना देरी किए अगले मैच पर ध्यान देना चाहते हैं. आस्ट्रेलिया दौरे पर अपने तीन टेस्टों में 13 विकेट लेने वाले सिराज ने कहा कि वह अपना प्रत्येक विकेट अपने स्वर्गीय पिता को समर्पित करते हैं.
सिराज ने कहा, "जब भी मैंने प्रदर्शन किया है तो मैंने अपने पिता को याद किया है. वास्तव में, मैं उन्हें अपने हर अच्छे प्रदर्शन के बाद बुलाने के बारे में सोच रहा था, लेकिन बाद में मैंने महसूस किया कि वह अब इस दुनिया में नहीं हैं. मुझे उनकी बहुत याद आती है. अल्लाह उन्हें जन्नत दें." ब्रिस्बेन में खेले गए अंतिम टेस्ट मैच की शुरुआत से पहले जब राष्ट्रगान बजा था, तब वह गमगीन हो गए थे. इसी मैच में सिराज ने जब पांच विकेट लिए तब भी उन्होंने हाथ ऊपर करते हुए अपने पिता को याद किया.
सिराज ने कहा कि जब उन्हें ऑस्ट्रेलिया में अपने पिता के निधन की खबर मिली तो वह उदास हो गए. उन्होंने कहा, "यह मुश्किल था. यह अवसादपूर्ण था. मैंने अपने परिवार के सदस्यों से बात की. उन्होंने मुझे वहीं वापस रहने को कहा और टेस्ट मैचों में बेहतर प्रदर्शन करके पिता के सपने को पूरा करने को कहा के लिए कहा. टीम ने भी मेरा समर्थन किया." यह भी पढ़ें : Ind vs Eng Test Series 2021: इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट मुकाबले में इन 11 खिलाड़ियों के साथ मैदान में उतर सकते हैं कप्तान विराट कोहली, देखें लिस्ट
सिराज गुरुवार को अपने घर हैदराबाद पहुंचे. घर पहुंचकर सिराज सबसे पहले अपने पिता की कब्र पर गए, जिनका निधन उस समय हो गया था, जब सिराज आस्ट्रेलिया में थे. कठिन क्वारंटीन नियमों के कारण सिराज अपने पिता के अंतिम संस्कार के लिए स्वदेश नहीं आ सके थे. पूरी सीरीज के दौरान सिराज ने हर अच्छे पल के साथ अपने पिता को याद किया. उन्होंने कहा कि जब वह अपने पिता के कब्र पर पहुंचे और उनके कब्र पर फूल चढ़ाया तो वह पल उनके लिए भावुक भरा था. उन्होंने कहा, "जब मैं घर में पहुंचा तो मेरी मां रो रही थी. मैंने मजबूत होने की कोशिश की और उन्हें सांत्वना देने की कोशिश की."
सिराज ने ब्रिस्बेन में खेले गए चौथे टेस्ट में पांच विकेट लिए थे और तेज गेंदबाज ने कहा कि उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि वह एक मुख्य गेंदबाज बन जाएंगे. तेज गेंदबाज ने कहा, "कई खिलाड़ियों के चोटिल होने के बाद हर किसी को मेरे उपर विश्वास था. इससे मेरे ऊपर दबाव भी था, लेकिन यह मेरे लिए चुनौतीपूर्ण था. मैंने अपने ऊपर दबाव न लेने के बजाय बल्लेबाजों पर दबाव बनाया. इससे मुझे और टीम को फायदा हुआ." सिराज ने कहा कि कप्तान विराट कोहली ने हमेशा से उनको सपोर्ट किया है. उन्होंने कहा, "कोहली हमेशा मुझे कहते हैं कि तुझमें दम है और तू कर सकता है. दबाव मत लो. मैंने उनकी सलाह मानी. आस्ट्रेलिया सीरीज के दौरान मैंने दबाव नहीं लिया और ना ही मैं नर्वस हुआ." यह भी पढ़ें :IND vs AUS 4th Test 2021: टीम इंडिया की जीत पर बोले मोहम्मद शमी, भारत के लिए बहुत बड़ी उपलब्धि
सिराज ने कहा कि वह इंग्लैंड के खिलाफ होने वाली घरेलू सीरीज और अक्टूबर-नवंबर में भारत में होने वाले टी 20 विश्व कप को लेकर उत्साहित हैं. उन्होंने कहा, "मैं आराम नहीं करना चाहता, क्योंकि मेरा प्रदर्शन मेरे करियर को निर्धारित करेगा." सिडनी और ब्रिस्बेन में अपने खिलाफ दर्शकों की ओर से नस्लीय दुर्व्यवहार को लेकर उन्होंने कहा कि इस घटना ने उन्हें मानसिक रूप से और मजबूत बनाया है और इससे उनके खेल पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा है. सिराज ने कहा, "मामले (नस्लीय दुर्व्यवहार) की जांच जारी है. देखते हैं कि हमें न्याय मिलता है या नहीं. मैंने अपने कप्तान से कहा कि कुछ दर्शक मुझे गाली दे रहे हैं. अंपायर ने कहा कि आप मैदान छोड़ सकते हैं लेकिन कप्तान ने कहा कि हम नहीं जाएंगे. हम क्रिकेट के खेल का सम्मान करते हैं और आप उन्हें बाहर भेज सकते हैं." यह पूछे जाने पर कि रहाणे और कोहली में से कौन बेहतर कप्तान हैं, तो सिराज ने कहा कि दोनों काफी अच्छे हैं और उन्होंने दोनों की कप्तानी में अपने खेल का आनंद लिया है.