Gautam Gambhir as Head Coach: कोच बनने के बाद एक्शन में गौतम गंभीर, BCCI के सामने रखी ये मांग, जानें क्या
टीम इंडिया को गौतम गंभीर के रूप में एक नया मुख्य कोच मिला है, लेकिन उनके सपोर्टिंग स्टाफ का चयन अभी बाकी है.
Gautam Gambhir as Head Coach: टीम इंडिया को गौतम गंभीर के रूप में एक नया मुख्य कोच मिला है, लेकिन उनके सपोर्टिंग स्टाफ का चयन अभी बाकी है. इस बीच गंभीर ने बीसीसीआई के सामने एक मांग रखी है. क्रिकबज की एक रिपोर्ट के मुताबिक, गौतम गंभीर टीम के सपोर्टिंग स्टाफ के रूप में नीदरलैंड के पूर्व क्रिकेटर रियान टेन डोइशे को शामिल करना चाहते हैं. गंभीर और यह डच खिलाड़ी पहले एक साथ केकेआर के लिए काम कर चुके हैं. केकेआर के साथ अपनी भूमिका के अलावा, टेन डोइशे फ्रेंचाइज़ी की सहायक कंपनियों में कई पदों पर हैं, जिनमें कैरेबियन प्रीमियर लीग, मेजर लीग क्रिकेट और आईएलटी20 शामिल हैं.
गंभीर, जिन्होंने टीम के प्रबंधन में फ्री हैंड की डिमांड पहले ही कर दी थी, 44 वर्षीय डच को अपने प्रमुख सहयोगी के रूप में चाहते हैं. हालांकि, अंतिम निर्णय बीसीसीआई के पास है जिसने हाल ही में कोचिंग भूमिकाओं के लिए केवल भारतीय को नियुक्त करने का पक्ष लिया है. इससे पहले, रिपोर्ट में दावा किया गया था कि भारत के पूर्व ऑलराउंडर और केकेआर बैकरूम टीम का अभिन्न हिस्सा अभिषेक नायर, सहायक कोच के तौर पर गंभीर की टीम से जुड़ सकते हैं. अगर टेन डोइशे को चुना जाता है तो वह क्या भूमिका निभा सकते हैं, ये तय होना बाकी है, क्योंकि बीसीसीआई राहुल द्रविड़ की मौजूदा कोचिंग टीम के सदस्य टी दिलीप को फील्डिंग कोच के पद पर बनाए रखना चाहता है. यह भी पढ़ें: Rohit Sharma vs Mahendra Singh Dhoni: आईसीसी टी20 वर्ल्ड कप में कुछ ऐसी रही हैं रोहित शर्मा और एमएस धोनी की कप्तानी, यहां देखें दिलचस्प आंकड़े
अब यह देखना दिलचस्प होगा कि अगर गौतम गंभीर ने सच में ऐसी कोई मांग बीसीसीआई के सामने रखी है, तो क्या बोर्ड उनकी यह मांग पूरी करेगा? गौतम गंभीर टीम इंडिया के नए मुख्य कोच बन चुके हैं. करीब-करीब आठ साल बाद गौतम गंभीर टीम इंडिया के ड्रेसिंग रूम में श्रीलंका में वापसी करेंगे. बस फर्क यह है कि वो इस बार बतौर खिलाड़ी नहीं, बल्कि कोच की भूमिका में नजर आएंगे. गंभीर पहले भी कई बार कह चुके हैं कि उनके दिमाग में सिर्फ जीत चलती है, जिसके लिए वो कुछ भी करने को तैयार हैं. गंभीर का रिकॉर्ड भी इसका गवाह है. यानी गंभीर जानते हैं कि बड़े मुकाबलों में कैसे सबसे दमदार प्रदर्शन करना होता है. टीम इंडिया पिछले 10 वर्षों में कई बार लड़खड़ाई। बात चाहे नई तकनीक और एडवांस क्रिकेट की हो, गंभीर हर मायने में नए लड़कों के साथ तालमेल बिठा सकते हैं. इसलिए गंभीर की कोचिंग में टीम इंडिया एक नया इतिहास रच सकता है.