नई दिल्ली : प्रवर्तन निदेशालय ने धन शोधन से जुड़े एक मामले में जम्मू-कश्मीर क्रिकेट एसोसिएशन के (Jammu and Kashmir Cricket Association) के पूर्व खजांची एहसान अहमद मिर्जा को गिरफ्तार किया है. अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को बताया कि जेकेसीए के पूर्व अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री फारुक अब्दुल्ला (Farooq Abdullah) के कथित करीबी मिर्जा को बीती रात धन शोधन निषेध कानून के तहत गिरफ्तार किया गया.
केंद्रीय एजेंसी ने इस मामले में जुलाई में फारुक अब्दुल्ला से चंडीगढ़ में पूछताछ की थी.
अधिकारियों का कहना है कि मिर्जा को जेकेसीए के वित्तीय लेनेदेन की पूरी जानकारी होने के बावजूद वह जांच में सहयोग नहीं कर रहे थे, इसलिए उन्हें गिरफ्तार किया गया. उन्होंने बताया कि जांच में कई वित्तीय अनियमितताएं सामने आयीं जिनमें मिर्जा की संलिप्तता थी, लेकिन वह किसी का भी संतोषजनक जवाब नहीं दे सके.
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मिर्जा को आज अदालत में पेश किए जाने की संभावना है. सीबीआई की एक प्राथमिकी और आरोपपत्र पर संज्ञान लेने के बाद प्रवर्तन निदेशालय ने धनशोधन का मामला दर्ज किया. फारूक अब्दुल्ला तथा तीन अन्य के खिलाफ 43 करोड़ रूपये की कथित हेराफेरी के आरोप में पिछले साल जुलाई में आरोपपत्र दाखिल किया गया था.
43 करोड़ रुपये की यह राशि ‘बोर्ड ऑफ कंट्रोल फॉर क्रिकेट इन इंडिया’ ने जेकेसीए को 2002-11 के दौरान राज्य में खेल को बढ़ावा देने के लिए दी थी. सीबीआई ने अब्दुल्ला तथा तीन अन्य- जेकेसीए के तत्कालीन महासचिव मोहम्मद सलीम खान, मिर्जा और जेएंडके बैंक के कार्यकारी अधिकारी बशीर अहमद मिस्गर के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया था. यह आरोपपत्र रणबीर दंड संहिता की आपराधिक षड्यंत्र तथा विश्वास के आपराधिक उल्लंघन से संबंधित धाराओं के तहत दाखिल किया गया था.