पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान स्टीव स्मिथ (Steve Smith), उपकप्तान डेविड वॉर्नर (David Warner) और युवा बल्लेबाज कैमरन बेनक्रॉफ्ट (Cameron Bancroft) बॉल टैम्परिंग विवाद (Ball-tampering scandal) में प्रतिबंध झेल रहे हैं. हाल ही में पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान स्मिथ ने 'फॉक्स क्रिकेट' के साथ इंटरव्यू में अपना दुख साझा करते हुए कहा था की ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट अधिकारियों जेम्स सदरलैंड और पैट होवार्ड की हर हाल में जीत दर्ज करने की ऑस्ट्रेलियाई संस्कृति के वजह से टीम को गेंद से छेड़छाड़ करने जैसी विवादास्पद घटना से गुजरना पड़ा है, वहीं बेनक्रॉफ्ट ने गेंद से छेड़छाड़ के लिए वॉर्नर को जिम्मेदार ठहराया था.
पूर्व क्रिकेटर डीन जोन्स (Dean Jones) ने स्टीव स्मिथ और कैमरन बेनक्रॉफ्ट के गेंद से छेड़छाड़ के मामले में हाल में दिए बयानों को 'सहानुभूति बटोरने का प्रयास' करार देते हुए कड़ी आलोचना की है और कहा कि इससे हमेशा याद दिलाया जाता रहेगा कि ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी धोखेबाज हैं. जोन्स ने 'द ऐज' में अपने कालम में लिखा कि इन दोनों खिलाड़ियों को मुंह नहीं खोलना चाहिए था. वे चुपचाप अपना प्रतिबंध झेलते और फिर टीम में वापसी की कोशिश करते. स्मिथ और वॉर्नर का एक साल का प्रतिबंध मार्च में समाप्त होगा जबकि बेनक्रॉफ्ट का नौ महीने का निलंबन जल्द ही समाप्त होने वाला है.
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डीन जोन्स ने कहा, 'ऐसा लगता है कि हमारे माथे पर बड़ा सा दाग लग गया है, जिसे हम मिटा नहीं सकते. ये तीनों खिलाड़ी इतने समझदार थे कि सही फैसला कर सकते थे. अफसोस है कि उन्हें अपने कृत्यों की सजा भुगतनी होगी. जोन्स ने कहा कि ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट प्रशंसकों का दिल तोड़ने के लिए विवाद ही काफी था, जिसके कारण देश की क्रिकेट संस्कृति की समीक्षा की गई और क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के शीर्ष अधिकारियों को हटा दिया गया.'