पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान स्टीव स्मिथ (Steve Smith) बॉल टैम्परिंग विवाद (Ball-tampering scandal) में एक साल का प्रतिबंध झेल रहे हैं. पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान स्मिथ ने 'फॉक्स क्रिकेट' के साथ इंटरव्यू में अपना दुख साझा करते हुए कहा ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट अधिकारियों जेम्स सदरलैंड और पैट होवार्ड ने टीम में 'हर हाल में जीत' दर्ज करने की संस्कृति भरने में अहम भूमिका निभाई, जिसके कारण टीम को गेंद से छेड़छाड़ करने जैसी विवादास्पद घटना से गुजरना पड़ा.
स्मिथ ने 'फॉक्स क्रिकेट' में एडम गिलक्रिस्ट (Adam Gilchrist) को दिए इंटरव्यू में कहा, 'मुझे याद है कि हम होबार्ट में दक्षिण अफ्रीका (नवंबर 2016) से हार गए थे और यह हमारी टेस्ट क्रिकेट में लगातार पांचवीं हार थी. इससे पहले श्रीलंका में हमने तीन टेस्ट गंवाए थे. मुझे याद है कि जेम्स सदरलैंड और पैट होवार्ड कमरे में आए और उन्होंने वास्तव में कहा, 'हम आपको खेलने के लिए पैसे नहीं देते हैं, हम आपको जीतने के लिए पैसे देते हैं.'
स्टीव स्मिथ ने कहा 'हम मैच गंवाने के लिए नहीं खेल रहे थे, हम जीत के उद्देश्य से मैदान पर उतरते थे और उसके लिये कोशिश करते थे और अपनी तरफ से सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते थे.' सदरलैंड ने इस घटना के बाद जहां मुख्य कार्यकारी के अपने पद से इस्तीफा दे दिया वहीं टीम प्रदर्शन से जुड़े अधिकारी होवार्ड को पिछले महीने स्वतंत्र समिति ने समीक्षा के बाद बर्खास्त कर दिया था. होवार्ड उन लोगों में थे जिन्होंने इस घटना के बाद स्मिथ और अन्य खिलाड़ियों पर सवाल उठाए थे.
ज्ञात हो कि बॉल टैम्परिंग विवाद में ऑस्ट्रेलियाई कप्तान स्टीव स्मिथ (Steve Smith) और उपकप्तान डेविड वॉर्नर (David Warner) को एक-एक साल का प्रतिबंध लगाया गया है, वहीं युवा बल्लेबाज कैमरॉन बैनक्रॉफ्ट पर नौ महीने का प्रतिबंध लगाया गया है. बता दें कि ऐसी संभावनाएं जताई जा रही हैं कि पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान स्टीव स्मिथ अगले साल मार्च में पाकिस्तान के खिलाफ वन-डे सीरीज के लिए टीम में वापसी कर सकते हैं.