मुंबई क्रिकेट संघ (MCA) का चुनाव कराने के लिए दो राजनीतिक विरोधी गुट राकांपा प्रमुख शरद पवार, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस एक साथ आए हैं. तीनों बड़े नेताओं ने पूर्व स्टार क्रिकेटर और कोच संदीप पाटिल के खिलाफ MCA अध्यक्ष के रूप में अपने उम्मीदवार अमोल काले की जीत सुनिश्चित करने के लिए कमर कस ली है. यह गठबंधन न केवल MCA को नियंत्रित करने और अनुदान या अन्य संसाधनों के माध्यम से निकाय के लिए राजस्व जुटाने के लिए ही नहीं बल्कि विशेष रूप से अंतरराष्ट्रीय मैचों के दौरान राज्य सरकार के साथ अच्छे और वैधानिक तरीके से सम्बन्ध बनाने के लिए भी होता है. यह भी पढ़ें: श्रीलंका और नीदरलैंड के बीच खेला जा रहा 'करो या मरो' वाला मुकाबला, यहां देखें Live मैच
शिंदे, फडणवीस और पवार एक साथ करेंगे बैठक
बुधवार शाम को शिंदे, फडणवीस और पवार पैनल के सदस्यों और विभिन्न क्लबों के प्रतिनिधियों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक करने वाले हैं. अमोल काले एक व्यवसायी जो फडणवीस के काफ़ी करीबी हैं, जिनके पास राज्य सरकार में गृह, योजना और वित्त जैसे प्रमुख विभाग हैं.
मुख्यमंत्री और पवार न केवल काले की जीत के लिए बल्कि बहुमत हासिल करने के लिए आश्वस्त है इस में 350 क्रिकेट क्लब चुनाव में भाग लेंगे. शरद पवार ने MCA, भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड और अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) का नेतृत्व किया है.
क्लबवार मतदाताओं की संख्या
मतदाताओं और क्लबों की कुल संख्या- 380 (मैदान क्लब - 211 और ऑफिस क्लब - 78)
मैदान क्लब- 211
स्कूल कॉलेज क्लब- 40
पूर्व टेस्ट खिलाड़ी- 51
राजनीति के अखाड़े में एक-दूसरे के खिलाफ खड़े होने वाले नेता खेल के मैदान में खेलकूद दिखाते नजर आ रहे हैं. बेशक यह बात अलग है कि इसके पीछे उनकी राजनीतिक और कुछ अन्य आर्थिक गणित भी हैं, लेकिन आम भावना यह है कि खेल के क्षेत्र में खेलकूद दिखाने वाले राजनेताओं को इसे राजनीति के क्षेत्र में भी दिखाना चाहिए.
शिंदे और फडणवीस मजबूत स्थिति में है
सरकार में रहने के कारण शिंदे और फडणवीस एक साथ मजबूत स्थिति में हैं. दिलचस्प बात यह है कि मंगलवार को BCCI कोषाध्यक्ष चुने जाने वाले मुंबई भाजपा प्रमुख आशीष शेलार ने पवार के साथ शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे), राकांपा के प्रतिनिधियों और क्रिकेट से जुड़े दिग्गजों के साथ एक पैनल बनाया था. शेलार अगले साल भारत में होने वाले विश्व कप के दौरान बीसीसीआई से MCA को ज्यादा अनुदान देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है.
इसके अलावा, MCA को टेस्ट सीरीज और रणजी ट्रॉफी खेलों की टिकटिंग से बड़ा हिस्सा मिल सकता है. पवार पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं कि एमसीए चुनावों में राजनीति की कोई भूमिका नहीं है.