Australia vs India: दोनों सीनियर (रोहित और विराट) उम्मीदों पर खरे नहीं उतरे; इरफान पठान
Irfan Pathan (img: tw)

नई दिल्ली,30 दिसंबर : बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में मेलबर्न टेस्ट में भारत की हार के बाद पूर्व भारतीय क्रिकेटर और कोच रवि शास्त्री तथा पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज इरफान पठान ने टीम के प्रदर्शन का विश्लेषण किया, जिसमें खास तौर पर विराट कोहली और रोहित शर्मा पर ध्यान केंद्रित किया गया.

स्टार स्पोर्ट्स पर विशेष रूप से बात करते हुए, रवि शास्त्री ने मौजूदा सीरीज में विराट कोहली और रोहित शर्मा के बारे में अपने विचार साझा किए. उन्होंने कहा: "विराट ने पहली पारी में अच्छी बल्लेबाजी की. वह जिस तरह से आउट हो रहे हैं, उससे वह निराश होंगे क्योंकि ऑफ स्टंप के बाहर ड्राइव करने से उनकी आउटिंग में समानता है. वह उन गेंदों को छोड़ सकते थे.'' यह भी पढ़ें :Australia Beat India, 4th Test Match: चौथे टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया ने टीम इंडिया को चारों खाने किया चित, ये 3 गलतियां पड़ीं टीम इंडिया को भारी

शास्त्री ने कहा,''जहां तक रोहित शर्मा का सवाल है, हमने सीरीज में कई बार देखा है कि उनका फ्रंट फुट गेंद की तरफ उतना आगे नहीं बढ़ रहा है जितना उसे बढ़ना चाहिए. एक ट्रिगर मूवमेंट है, और उसके बाद, पैर जमीन पर टिका रहता है. मिशेल स्टार्क ने विराट कोहली को खूबसूरती से सेट किया. उससे एक ओवर पहले, विराट को कुछ अच्छी गेंदें फेंकी थीं, लेकिन वे ऑफ स्टंप को चुनौती दे रही थीं. और यहां, उन्होंने लंच से पहले आखिरी ओवर में विराट को लुभाते हुए एक गेंद बाहर फेंकी- क्या मुझे इसे छोड़ देना चाहिए, क्या मुझे खेलना चाहिए. विराट बहुत निराश हुए होंगे."

रवि शास्त्री ने मैच में टर्निंग पॉइंट पर भी चर्चा की. उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि ऋषभ पंत का विकेट लेना टर्निंग पॉइंट था. उन्हें पता था कि वे लंच के समय तक खेल नहीं जीत सकते, क्योंकि उन्होंने तीन विकेट खो दिए थे. जीतने का एकमात्र मौका तब होता है जब कोई प्लेटफ़ॉर्म तैयार हो, बिल्कुल वैसा ही जैसा रोहित ने कहा. और फिर, जब चाय के बाद ऋषभ पंत आउट हुए, तो ऑस्ट्रेलियाई टीम का हौसला बढ़ गया. यही वह मौका था जिसकी उन्हें तलाश थी, और उन्होंने इसका फ़ायदा उठाना सुनिश्चित किया."

स्टार स्पोर्ट्स पर विशेष रूप से बात करते हुए, इरफ़ान पठान ने विराट कोहली के बारे में अपने विचार साझा किए. उन्होंने कहा: "दोनों सीनियर (रोहित और विराट) उम्मीदों पर खरे नहीं उतरे. वे अपनी उम्मीदों पर खरे नहीं उतरे. वे गलतियां कर रहे हैं. विराट कोहली का शॉट- यह न तो पहली बार है और न ही आखिरी बार. वे ऑफ़ स्टंप के बाहर ड्राइव करने का मोह नहीं छोड़ रहे हैं. वे कई सालों से ऐसा करते आ रहे हैं. हर कोई यही बात कह रहा है. विराट कोहली भी यह जानते हैं. हम सभी उनके अनुशासन के बारे में बात करते हैं- वे उस अनुशासन को मैदान पर क्यों नहीं ला सकते?"

इरफान ने रोहित शर्मा की मौजूदा फॉर्म का भी विश्लेषण करते हुए कहा, "एक खिलाड़ी जिसने लगभग 20,000 रन बनाए हैं - फिर भी जिस तरह से रोहित अब संघर्ष कर रहे हैं, ऐसा लगता है कि उनका फॉर्म उनका बिल्कुल भी साथ नहीं दे रहा है. अब जो हो रहा है वह यह है कि वह कप्तान हैं, इसलिए वह खेल रहे हैं. अगर वह कप्तान नहीं होते, तो शायद वह अभी नहीं खेल रहे होते. आपके पास एक तय टीम होती. केएल राहुल शीर्ष पर खेल रहे होते. जायसवाल होते. शुभमन गिल होते. अगर हकीकत की बात करें, तो जिस तरह से वह बल्ले से संघर्ष कर रहे हैं, उसे देखते हुए शायद उनके लिए प्लेइंग इलेवन में जगह नहीं होती. लेकिन क्योंकि वह कप्तान हैं, और आप अगला मैच जीतकर सीरीज बराबर करना चाहते हैं, इसलिए वह टीम में बने रहते हैं. लेकिन उनका फॉर्म बहुत खराब है. यहां तक कि भारत में भी, यहां आने से पहले भी, वह रन नहीं बना रहे थे, और उन्होंने अभी भी रन नहीं बनाए हैं.''

इरफ़ान ने कहा,''जब मैं रोहित शर्मा को बल्लेबाजी करते हुए देखता हूं, तो यह बहुत निराशाजनक दृश्य होता है. क्योंकि जब भी मैं रोहित शर्मा को बल्लेबाजी करते हुए देखता हूं, तो मैं हमेशा उन्हें बल्लेबाजी करते हुए देखना चाहता हूं. चाहे वह टेस्ट हो क्रिकेट या एक दिवसीय क्रिकेट, लेकिन अब, उसका फॉर्म, जिस तरह से वह आगे बढ़ रहा है, चाहे वह उसकी मानसिकता हो या उसके शरीर के साथ समन्वय, मैं ऐसा बिल्कुल नहीं देख सकता.''