Asian Games 2018: भारत को 16 साल की उम्र में दिलाया गोल्ड मेडल, जानें कौन हैं शूटर सौरभ चौधरी
गौरतलब है कि साल 2015 में निशानेबाजी में कदम रखने वाले सौरभ ने अपने दोनों निशाने जापान के तोमोयुकी मात्सुदा से बेहतर लगाते हुए सोना जीता.
नई दिल्ली: इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता में आयोजित हो रहे 18वें एशियाई खेलों के तीसरे दिन शूटिंग में स्वर्ण पदक जीतने के बाद पूरे देश में 16 साल के सौरभ चौधरी की ही चर्चा है. सौरभ चौधरी ने 16 साल की उम्र में 10 मीटर एयर पिस्टल के मेन्स इवेंट में गोल्ड मेडल जीता है. एशियन गेम्स में छोटी उम्र में ऐसा कारनामा करने वाले वो पहले भारतीय निशानेबाज हैं. एशियन गेम्स 2018 में भारत का यह तीसरा गोल्ड मेडल मिला है. सौरभ ने एशियाई खेलों में इस स्पर्धा का रिकॉर्ड तोड़ते हुए कुल 240.7 अंक हासिल किए.
गौरतलब है कि साल 2015 में निशानेबाजी में कदम रखने वाले सौरभ ने अपने दोनों निशाने जापान के तोमोयुकी मात्सुदा से बेहतर लगाते हुए सोना जीता. तोमोयुकी को रजत पदक हासिल हुआ. इससे पहले, क्वालिफिकेशन में सौरभ ने 586 अंकों के साथ पहला स्थान हासिल किया था. यह भी पढ़े-Asian Games 2018: भारत की झोली में आया एक और मेडल, रेसलर दिव्या काकरान ने जीता कांस्य पदक
सौरभ ने जूनियर वर्ल्ड कप में तीन गोल्ड मेडल अपने नाम किए. फिर ओलंपिक के बाद सबसे मुश्किल खेल माने जाने वाले एशियाड में उन्होंने वो कमाल कर दिखाया. जिसका सपना बड़े-बड़े शूटर देखते हैं.
बता दें कि सौरभ बागपत के बिनौली के वीर शाहमल राइफल क्लब में कोच अमित श्योराणा की देखरेख में अभ्यास करते हैं. मेरठ के किसान परिवार में जन्मे सौरभ चौधरी का अगला लक्ष्य है, 2020 टोक्यो ओलंपिक में देश को गोल्ड मेडल दिलाना.
सौरभ चौधरी के उनके कारनामे की गूंज उत्तर प्रदेश सरकार तक पहुंची, तो योगी सरकार ने उनके लिए इनाम का ऐलान करने में देर नहीं लगाई. सूबे के मुख्यमंत्री ने कांस्य पदक जीतने वाले रवि कुमार को भी 50 लाख रुपये का इनाम देने की घोषणा की है.