कोरोना काल में बच्चे भी हो रहे हैं डिप्रेशन का शिकार, जानें क्या कहते हैं विशेषज्ञ
कोरोना काल में स्कूल बंद हैं और बच्चे खेलकूद नहीं पा रहे हैं. जहां देखो वहा तनाव देने वाली बातें हो रही हैं, जिसका बुरा प्रभाव बच्चों पर देखने को मिल रहा है. ऐसे हालात में बच्चे भी तेजी से डिप्रेशन का शिकार हो रहे हैं. बच्चों में डिप्रेशन की वजह क्या है, इसके बारे में विशेषज्ञों ने अपनी राय दी है.
कोरोना काल में बच्चों में बढ़ रहे डिप्रेशन को लेकर विशेषज्ञों ने अपनी राय दी है. उनका कहना है कि कोरोना काल में चाहे संक्रमित हो या नहीं अपनी सेहत पर ध्यान देना बहुत जरूरी है. यहां हमें केवल शारीरिक ही नहीं, बल्कि मानसिक और स्पिरिचुअली भी हेल्दी होना होगा. चाहे बुजुर्ग हों, वयस्क हों या बच्चे हों. हालांकि अब के माहौल में 3-4 साल के बच्चों की भी ऑनलाइन क्लासेज हो रही हैं. ऐसे में उनकी फिजिकल एक्टिविटीज कम हो रही हैं. इस वक्त परिवार की जिम्मेदरी है कि उनकी फीजिकल हेल्थ पर ध्यान दें. बच्चों को दिनभर मोबाइल या टीवी देखकर बिजी न रखें, बल्कि आपस में बात करें. उनके साथ ऑफलाइन गेम खेलें, पेंटिंग करवाएं. फिजिकली हेल्दी होने पर भी बच्चे काफी हद तक तनाव से दूर रहते हैं.
(SocialLY के साथ पाएं लेटेस्ट ब्रेकिंग न्यूज, वायरल ट्रेंड और सोशल मीडिया की दुनिया से जुड़ी सभी खबरें. यहां आपको ट्विटर, इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर वायरल होने वाले हर कंटेंट की सीधी जानकारी मिलेगी. ऊपर दिखाया गया पोस्ट अनएडिटेड कंटेंट है, जिसे सीधे सोशल मीडिया यूजर्स के अकाउंट से लिया गया है. लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है. सोशल मीडिया पोस्ट लेटेस्टली के विचारों और भावनाओं का प्रतिनिधित्व नहीं करता है, हम इस पोस्ट में मौजूद किसी भी कंटेंट के लिए कोई जिम्मेदारी या दायित्व स्वीकार नहीं करते हैं.)