जम्मू- कश्मीर: कश्मीरी पंडितों ने श्रीनगर में हरि पर्वत के एक मंदिर में प्रार्थना और भजन गाकर अपना नया साल का त्योहार 'नवरेह' (Navreh 2022) मनाया. नवरेह महोत्सव यानी नए साल का जश्न आज मनाया जा रहा है. इसे लेकर देशभर से कश्मीरी पंडित घाटी में पहुंच गए हैं. शुक्रवार को श्रीनगर के जबर्वान पार्क में गैर-सरकारी संस्था वोमेध की तरफ से नवरेह महोत्सव का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में आए कश्मीरी पंडितों  (Kashmiri Pandit) ने बताया कि घाटी में करीब 32 साल बाद नवरेह महोत्सव को लेकर रौनक लौटी है.

नवरेह शब्द संस्कृत शब्द "नववर्ष" से बना है. कश्मीर में नवरेह नव चंद्रवर्ष के रूप में मनाया जाता है. यह दिन चैत्र नवरात्र का प्रथम दिन है तथा चैत्रमास के शुक्लपक्ष का भी प्रथम दिवस है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार भी यह वर्ष का प्रथम दिन माना जाता है.

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