क्या हिंदू विवाह अधिनियम के प्रावधानों के तहत पति के निजता के अधिकार को उसकी पत्नी के निवारण के अधिकार पर हावी होने की अनुमति दी जा सकती है? दिल्ली हाई कोर्ट ने एक मामले में फैसला सुनाया. HC ने कहा, हिंदू विवाह अधिनियम विशेष रूप से व्यभिचार को तलाक के लिए एक आधार के रूप में मान्यता देता है, इसलिए यह बिल्कुल भी सार्वजनिक हित में नहीं होगा कि अदालत को निजता के अधिकार के आधार पर एक विवाहित व्यक्ति की सहायता करनी चाहिए, जिसपर शादी शुदा होने के बावजूद यौन संबंधों में लिप्त होने का आरोप है.
क्या था मामला ?
ट्रायल कोर्ट के समक्ष लंबित तलाक की कार्यवाही के संबंध में, पति ने फैमिली कोर्ट द्वारा पारित दो आदेशों को चुनौती देते हुए हाई कोर्ट का रुख किया. पत्नी ने एक होटल के कमरे का रिकॉर्ड कोर्ट के सामने पेश किया था जिसमें उसका पति कथित रूप से व्यभिचार में लिप्त था.
Can Husband’s Right To Privacy Prevail Over Wife’s Right To Seek Evidence For Proving Her Allegations Of Adultery? Delhi High Court Answers#Privacy #Adultery #DelhiHighCourt
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— Live Law (@LiveLawIndia) May 10, 2023
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