iPhone खरीदने के लिए 17 साल की उम्र में बेची किडनी, अब 7 साल से बेड पर काट रहा है जिंदगी
एक बहुत प्रसिद्ध कहावत है कि चादर जितनी लंबी हो पैर उतना ही फैलाना चाहिए. यह कहावत एक युवक पर बखूबी लागू हो रही है. दरअसल चीन में रहने वाले एक युवक ने एप्पल का आईफोन खरीदने के लिए अपनी किडनी बेच दी. जी हां यह मजाक नहीं बल्कि एक कडवा सच है. युवक की इस गलती ने उसकी जिन्दगी बदल डाली है.
बीजिंग: एक बहुत प्रसिद्ध कहावत है कि चादर जितनी लंबी हो पैर उतना ही फैलाना चाहिए. यह कहावत एक युवक पर बखूबी लागू हो रही है. दरअसल चीन (China) में रहने वाले एक युवक ने एप्पल का आईफोन (iphone) खरीदने के लिए 17 साल की उम्र में अपनी किडनी (Kidney) बेच दी. जी हां यह मजाक नहीं बल्कि एक कड़वा सच है. युवक की इस गलती ने उसकी जिन्दगी बदल डाली है और वह अब कई सालों से अपताल के बेड पर पड़े-पड़े जीवन बीता रहा है.
स्थानीय मीडिया के मुताबिक, चीन के 24 वर्षीय जिओ वैंग (Xiao Wang) नाम के लड़के ने iPhone 4 खरीदने के लिए अपनी किडनी बेच दी. यह घटना साल 2011 की बताई जा रही है. वैंग को इसका खामियाजा तब से लेकर आज तक भरना पड़ रहा है. दरअसल वैंग की किडनी निकाले जाने के बाद इंफेक्शन हो गया. इस वजह से वह पिछले 7 सालों से अस्पताल में ही भर्ती है.
2.23 लाख में बेची किडनी-
बताया जा रहा ही कि वैंग ने जब आईफोन-4 लेने का फैसला किया था तब उसके स्कूल में इसका खूब क्रेस था. इसलिए दिखावा करने के वैंग ने यह कदम उठाया. आईफोन के लिए वैंग ने अपनी एक किडनी 3,200 अमेरिकी डॉलर यानि करीब 2,23,265 रुपये बेच डाली. यह भी पढ़े- iPhone XS Max आग लगने के बाद जेब में फटा, मालिक ने Apple पर ठोका केस
कंगाल हुआ परिवार-
इस गलती के कारण ना केवल वैंग जिंदगी से जूझ रहा है बल्कि इलाज पर हो रहे भारी खर्च की वहज से परिवार भी कंगाल हो चूका है. इसके साथ ही वैंग के पूरी उम्र तक शायद ही चलने की उम्मीद जताई जा रही है. अब उसे अपना जीवन अस्पताल के बेड पर ही काटना पड़ेगा. वह अब केवल डायलिसिस के भरोसे जिंदा रह सकता है.
हर्जाना देने का आदेश-
कर्ज के बोझ तले दबे वैंग के परिजनों ने कोर्ट की शरण ली. परिजनों ने अस्पताल प्रशासन पर बिना उन्हें बताए वैंग की किडनी निकालने का आरोप लगाया है. जिसके बाद कोर्ट ने अस्पताल को वैंग के परिजनों को हर्जाना देने का आदेश दिया है. जिस अस्पताल ने वैंग की किडनी निकाली उन्होंने वैंग के जल्द ठीक हो जाने की बात कही थी. इसलिए ना वैंग और ना ही अस्पताल प्रशासन ने ऑपरेशन से पहले इसकी जानकारी परिजनों को दी.