Woman Completes PhD at The Age of 80: उज्जैन की शशिकला रावल ने 80 वर्ष की उम्र में संस्कृत में पीएचडी पूरी की

ऐसा कहा जाता है पढ़ने लिखने की कोई उम्र नहीं होती है, हर व्यक्ति जीवन भर कुछ न कुछ सिखता है और आगे बढ़ता रहता है. ऐसा ही एक उदाहरण पेश किया है उज्जैन की 80 वर्षीय शशिकला रावल ने 80 की उम्र में संस्कृत में पीएचडी की डिग्री हासिल की.

प्रतीकात्मक तस्वीर, (Photo Credits: Pixabay)

ऐसा कहा जाता है पढ़ने लिखने की कोई उम्र नहीं होती है, हर व्यक्ति जीवन भर कुछ न कुछ सिखता है और आगे बढ़ता रहता है. ऐसा ही एक उदाहरण पेश किया है उज्जैन की 80 वर्षीय शशिकला रावल ने 80 की उम्र में संस्कृत में पीएचडी की डिग्री हासिल की. शशिकला रावल ने एक व्याख्याता के रूप में शिक्षा विभाग से सेवानिवृत्त होने के बाद अपनी डिग्री प्राप्त की. उज्जैन की रहने वाली रावल राज्य सरकार के शिक्षा विभाग से लेक्चरर के पद से रिटायर्ड हैं. उन्होंने 2009 से 2011 तक ज्योतिष में एमए पूरा किया. हालांकि, वह यहीं नहीं रुकी और अपनी पढ़ाई जारी रखी और संस्कृत में वराहमिहिर के ज्योतिषीय ग्रंथ 'बृहत् संहिता' में पीएचडी करने की सोची. उन्होंने 2019 में सफलतापूर्वक पीएचडी पूरी की.

शशिकला ने महर्षि पाणिनी विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति मिथिला प्रसाद त्रिपाठी के मार्गदर्शन में बृहत् संहिता के दर्पण के माध्यम से देखे गए विषय सामाजिक जीवन पर डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी की डिग्री अर्जित की. शशिकला को डिग्री प्रदान करते समय उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को सुखद आश्चर्य हुआ और उनके साहस की प्रशंसा की. जब उनसे पूछा गया कि उन्होंने एक ऐसी उम्र में पढ़ाई करना क्यों चुना, जब ज्यादातर लोग आराम करना चाहते हैं, तो उन्होंने कहा कि वह हमेशा से ज्योतिष में रुचि रखती हैं और अपने जुनून के कारण उन्होंने विक्रम विश्वविद्यालय द्वारा शुरू की गई ज्योतिष में एमए की पढ़ाई में प्रवेश लिया. इसके बाद, वह आगे की पढ़ाई करना चाहती थी, इसलिए उन्होंने वराहमिहिर की बृहत् संहिता ’पढ़ी और उसमें डॉक्टरेट करने की सोची. यह भी पढ़ें: यूपी पुलिस के जज्बे को सलाम, लॉकडाउन के बीच लखनऊ में महिला सब इंस्पेक्टर निदा अर्शी बच्ची के साथ ड्यूटी करते देखी गई, देखें तस्वीर

उन्होंने बताया कि ज्योतिष पढ़ने से उनकी सोच को एक अलग दिशा मिली है. “ज्योतिष में जीवन का इतना महत्व है कि नक्शों की मदद से हम अपनी मंजिल तक पहूंच सकते हैं. हम ज्योतिष के संकेतों को पढ़कर चुनौतियों का सामना कर सकते हैं. ” रावल ने कहा कि यदि आप जीवन में आने वाली चुनौतियों का पहले से आकलन कर लेते हैं तो जीवन को चलाना आसान हो जाता है. उन्होंने कहा कि वह सार्वजनिक हित में अपने ज्ञान का उपयोग करना चाहती हैं.

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