VIDEO: मैं समंदर हूं, लौटकर आऊंगा...देवेंद्र फडणवीस की शायरी सोशल मीडिया फिर हुई वायरल
मेरा पानी उतरता देख, मेरे किनारे पर घर मत बसा लेना. मैं समंदर हूं, लौटकर वापस आऊंगा...2019 में महाराष्ट्र की विधानसभा में यह शायराना लाइन बोलने वाले देवेंद्र फडणवीस आज फिर चर्चा में हैं.
मेरा पानी उतरता देख, मेरे किनारे पर घर मत बसा लेना. मैं समंदर हूं, लौटकर वापस आऊंगा...2019 में महाराष्ट्र की विधानसभा में यह शायराना लाइन बोलने वाले देवेंद्र फडणवीस आज फिर चर्चा में हैं. महाराष्ट्र चुनाव 2024 के नतीजे आते ही सोशल मीडिया पर यह पुरानी क्लिप वायरल हो रही है. तब के डिप्टी सीएम फडणवीस ने यह संदेश दिया था कि भले ही वह पीछे हटे हों, लेकिन उनकी वापसी तय है. और आज, जब भाजपा महाराष्ट्र में ऐतिहासिक जीत की ओर बढ़ रही है, यह लाइन एक नई उम्मीद जगा रही है.
फडणवीस: भाजपा का करिश्माई चेहरा
देवेंद्र फडणवीस ने महाराष्ट्र भाजपा को एक बार फिर प्रचंड जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई है. वह पार्टी के लिए सिर्फ एक नेता नहीं, बल्कि संगठन और रणनीति का पर्याय बन चुके हैं. भाजपा का 128 सीटें जीतने का दावा यह दिखा रहा है कि महाराष्ट्र में "महायुति" की ताकत का केंद्र फडणवीस ही हैं.
2019 से 2024: सियासी सफर
2019 में फडणवीस मुख्यमंत्री की कुर्सी से दूर हो गए थे. शिवसेना (यूबीटी) के साथ कांग्रेस और एनसीपी के गठबंधन ने सत्ता छीन ली थी. लेकिन, परिस्थितियां बदलीं. शिवसेना टूट गई और शिंदे गुट के साथ भाजपा ने नई सरकार बनाई. तब फडणवीस ने उपमुख्यमंत्री का पद संभालकर खुद को जमीन से जोड़ते हुए पार्टी को और मजबूत किया.
क्या फडणवीस फिर बनेंगे मुख्यमंत्री?
भाजपा नेता प्रवीण दरेकर ने कहा है कि इस बार महाराष्ट्र में भाजपा का मुख्यमंत्री होगा, और देवेंद्र फडणवीस सबसे मजबूत दावेदार हैं. चुनावी मजबूरियों और सहयोगी दलों के दबाव के कारण भले ही 2019 में वह मुख्यमंत्री नहीं बन पाए थे, लेकिन इस बार परिस्थितियां पूरी तरह भाजपा के पक्ष में हैं.
संघ और फडणवीस: सियासी संतुलन
चुनाव प्रचार के दौरान फडणवीस की सक्रियता ने संघ और भाजपा के संबंधों को और मजबूत किया. आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के साथ उनकी हालिया मुलाकात और संघ कार्यकर्ताओं का व्यापक प्रचार अभियान भाजपा की जीत में निर्णायक साबित हुआ.
"लौटकर आऊंगा" का संकेत
फडणवीस की यह लाइन अब सिर्फ एक बयान नहीं, बल्कि महाराष्ट्र की सियासी हकीकत बनती दिख रही है. अगर वह मुख्यमंत्री बनते हैं, तो यह उनकी सियासी वापसी का सबसे बड़ा सबूत होगा. महाराष्ट्र की जनता ने एक बार फिर "समंदर" को बुलावा दिया है, और फडणवीस के समर्थक बेसब्री से उनकी नई पारी का इंतजार कर रहे हैं.