घर से भागे प्रेमियों को यहां मिलता है ठिकाना

पांडव अज्ञातवास में इस इलाकें में पहुंचे तो लोगों ने उन्हें यहां शरण दी. लेकिन उनका पीछा करते हुए कौरव भी यहां पहुंच गए. जिसके बाद शंगचूल महादेव ने उन्हें गांव में घुसने से रोक दिया था

इस गांव में नहीं है पुलिस को इंट्री

शिमला. प्यार वो खूबसूरत अहसास है, जिसे शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता. इसे सिर्फ महसूस किया जा सकता है. वैसे तो प्यार के कई किस्से अक्सर हम सुनते हैं. कई बार प्रेमी जोड़े अपने प्यार में कामयाब हो जाते हैं और फिर शादी कर नई शुरुवात करते हैं. लेकिन कई ऐसे भी हैं जिन्हें परिवार की रजामंदी नहीं मिलती है. ऐसे में वे कई बार घर छोड़कर भाग जाते हैं. लेकिन इस कदम से उनके परिवार को कई दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. हम प्रेमी जोड़ों से अपील करते हैं आवेश में आकर कोई ऐसा कदम न उठाएं जिससे परिवार को रोना पड़े.

वैसे एक ऐसी भी जगह है जहां पर घर से भागे प्रेमी जोड़ों को शरण मिलती है. हिमाचल प्रदेश के कुल्लू के शांघड़ गांव में यह परंपरा है. इस गांव में शंगचूल महादेव की सीमा तक अगर कोई प्रेमी जोड़ा पहुंच जाता है तो उसका कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता है. इस गांव में भागकर आए प्रेमी जोड़े को रहने खाने की उचित व्यवस्था की जाती है. साथ ही उनकी जमकर मेहमान नवाजी होती है.

प्राचीन मान्यता

कहतें है जब पांडव अज्ञातवास में इस इलाकें में पहुंचे तो लोगों ने उन्हें यहां शरण दी. लेकिन उनका पीछा करते हुए कौरव भी यहां पहुंच गए. जिसके बाद शंगचूल महादेव ने उन्हें गांव में घुसने से रोक दिया. महादेव ने कहा यहां जो मेरी शरण में आएगा उसकी रक्षा मैं करूंगा. उसके बाद  आज सदियां बीत जरुर गई हैं लेकिन इस रिवाज को गांव के लोग बखूभी निभा रहे हैं. आपको जानकर हैरानी होगी कि इस गांव में पुलिस को भी इंट्री नहीं है और मांस, शराब, चमड़े के सामान को आप नहीं ले जा सकते हैं.

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