क्या कीड़े-मकोड़े खाकर मिटानी पड़ेगी भूख? बढ़ती आबादी के कारण वो वक्त दूर नहीं
अगर आपको कहा जाए के आने वाले समय में आपको कीड़े-मकोड़े खाने पड़ेंगे, तो आप चौंक जाएंगे लेकिन ये सच है. इंसान बढ़ते जा रहे हैं और जमीन कम पड़ती जा रही है. भविष्य में एक वक्त ऐसा आएगा के भूख मिटाने के लिए हमारे आस-पास मौजूद कीड़े-मकोड़े भोजन का एक विकल्प होंगे...
अगर आपको कहा जाए के आने वाले समय में आपको कीड़े-मकोड़े खाने पड़ेंगे, तो आप चौंक जाएंगे लेकिन ये सच है. इंसान बढ़ते जा रहे हैं और जमीन कम पड़ती जा रही है. भविष्य में एक वक्त ऐसा आएगा के भूख मिटाने के लिए हमारे आस-पास मौजूद कीड़े-मकोड़े भोजन का एक विकल्प होंगे. ये अजीब है लेकिन अब कीड़े-मकोड़ों को एक बेहतरीन भोजन के तौर पर देखा जाने लगा है. सेलिब्रिटी शेफ गैरी मेहिगन (Chef Gary Mahigan) का मानना है कि लगातार बढ़ती आबादी के कारण हमारे आस-पास मौजूद कीड़े-मकोड़े भोजन का एक विकल्प हो सकते हैं.
हालही में रिसर्च से पता चला कि कीड़े-मकोड़ों को टेस्टी और लजीज शाही खाने के तौर पर प्रचार करना चाहिए. ये स्वास्थ्य के लिए अच्छे है. पिछले नौ साल से ‘मास्टरशेफ ऑस्ट्रेलिया’ (MasterChef Australia) में जज के तौर पर हिस्सा ले रहे मेहिगन ने बताया ‘‘दुनिया भर में लोग कीड़े-मकोड़ों को खाते हैं. कुछ तो वाकई में बेहद लजीज होते हैं. ऐसे में धरती पर बढ़ती आबादी को देखते हुए यह भोजन का एक बेहतर विकल्प होगा.’’
मेहिगन नहीं कि सुपर फूड, फूड पिल्स और प्रोटीन बार पारंपरिक भोजन का विकल्प होंगे. उन्होंने कहा, ‘‘मुझे नहीं लगता कि जिन फूड पिल्स या प्रोटीन बार को आज हम जानते हैं और उनका आनंद उठाते हैं, वे पारंपरिक भोजन का स्थान ले पायेंगे. भोजन सिर्फ जीने का सहारा नहीं है यह परिवार और समुदाय से जुड़ा है और यह हमारे जीवन, संस्कृति और आस्थाओं का एक अभिन्न हिस्सा है.’’
आपको बता दें ऐसे बहुत से देश है जहां कीड़े मकौड़े को बड़े ही चाव से खाया जाता है. कंबोडिया में हाथ की हथेली के बराबर मकड़ी से तैयार नाश्ता मार्केट में खुलेआम मिलता है.