
Mahoba Shocker: उत्तर प्रदेश के महोबा जिले से एक ऐसा वीडियो सामने आया है, जिसने सरकारी अस्पतालों की हालत पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है. वायरल वीडियो में एक मरीज खुद अपने हाथ में इंजेक्शन लगाता नजर आ रहा है. ये घटना महोबा के जिला अस्पताल के वार्ड नंबर-1 की बताई जा रही है, जहां मरीज बेड पर बैठकर खुद को इंजेक्शन दे रहा है. इस दौरान आसपास कोई नर्स या मेडिकल स्टाफ नजर नहीं आ रहा. वीडियो के सामने आते ही सोशल मीडिया पर लोगों का गुस्सा फूट पड़ा है.
लोग पूछ रहे हैं कि जब अस्पताल में इलाज के लिए मरीज आता है तो फिर उसे खुद ही दवाई देने की नौबत क्यों आ रही है? क्या सरकारी अस्पतालों में स्टाफ की इतनी कमी हो गई है कि मरीज को अपनी देखभाल खुद करनी पड़ रही है?
सरकारी अस्पताल में मरीज खुद लगा रहा इंजेक्शन
#उत्तर_प्रदेश : जिला महोबा में सरकारी अस्पताल में खुद मरीज बना डॉक्टर मरीज खुद लगा रहा इंजेक्शन,
अस्पताल के व्यवस्था पर उठे सवाल,
अस्थपताल के वार्ड नंबर-1 में भी मरीज़ की वीडियो वायरल. pic.twitter.com/PkQPq9EZBE
— Sachin kashyap (@raikwar_1011) June 27, 2025
अस्पताल प्रशासन पर गंभीर आरोप
स्थानीय लोगों का कहना है कि अस्पताल में न तो डॉक्टर समय पर आते हैं और न ही नर्सिंग स्टाफ की पर्याप्त उपलब्धता है. ऐसे में गंभीर मरीजों को भी अपने इलाज के लिए संघर्ष करना पड़ता है. वीडियो वायरल होने के बावजूद अस्पताल प्रशासन या स्वास्थ्य विभाग की ओर से अब तक कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है.
मरीजों की जान पर मंडराया खतरा
यह घटना न केवल स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली को उजागर करती है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि मरीजों की जान को किस हद तक खतरे में डाला जा रहा है. खुद इंजेक्शन लगाने से संक्रमण और गलत डोज जैसी गंभीर समस्याएं हो सकती हैं.
सरकार इस मामले में संज्ञान लेगी?
अब सबसे बड़ा सवाल ये है कि क्या सरकार इस मामले में संज्ञान लेगी? क्या दोषी स्टाफ पर कार्रवाई होगी? और सबसे अहम – क्या अस्पतालों में मरीजों को इंसान समझा जाएगा या वो यूं ही सिस्टम की लापरवाही का शिकार होते रहेंगे?