अहमदाबाद: डॉक्टर्स ने मरीज के शरीर से ऑपरेशन कर निकाले स्पार्क प्लग से लेकर स्प्रिंग तक 3.5 किलो मेटल के सामान
सिविल अस्पताल में सर्जन ने चार दिन पहले मानसिक रूप से बीमार एक 28 वर्षीय व्यक्ति के पेट से लगभग 3.5 किलोग्राम वजन वाली 452 मेटल की चीजें निकाली. दो घंटे और तीस मिनट तक चलने वाली सर्जरी के बाद शख्स के पेट से बरामद वस्तुओं में सिक्के, नटबोल्ट, कीलें, पिन, नेल कटर, मिनिएचर आयरन रॉड, कांच के टुकड़े, स्क्रू, स्पार्क प्लग, ईयर रिंग और एक चुंबक शामिल थे.
अहमदाबाद: सिविल अस्पताल में सर्जन ने चार दिन पहले मानसिक रूप से बीमार एक 28 वर्षीय व्यक्ति के पेट से लगभग 3.5 किलोग्राम वजन वाली 452 मेटल की चीजें निकाली. दो घंटे और तीस मिनट तक चलने वाली सर्जरी के बाद शख्स के पेट से बरामद वस्तुओं में सिक्के, नटबोल्ट, कीलें, पिन, नेल कटर, मिनिएचर आयरन रॉड, कांच के टुकड़े, स्क्रू, स्पार्क प्लग, ईयर रिंग और एक चुंबक शामिल थे. व्यक्ति के पेट से अलग-अलग कुल 42 सिक्के मिले. मरीज 8 अगस्त की दोपहर सांस लेने की परेशानी के लेकर साथ कान नाक और गले (ईएनटी) विभाग में आया. उसका ब्रोंकोस्कोपी परीक्षण किया गया, जिसमें एक सुई या एक पिन उसके विंडपाइप में फंसी हुई दिखाई दी. डॉक्टरों ने उस पिन को निकाल दिया और पूरे शरीर का एक्स-रे किया गया, जिसके बाद उसके पेट में सैकड़ों चीजें होने का पता चला. 9 अगस्त को शाम 7 बजे के आसपास एक सर्जरी की गई, जिसमें डॉक्टर्स ने व्यक्ति के पेट से 452 ऑब्जेक्ट निकाले. फिलहाल मरीज ठीक हो रहा है, उसे आईसीयू में रखा गया है. सिविल अस्पताल के असिस्टेंट प्रोफ़ेसर और सर्जन डॉ. कल्पेश परमार ने ऑपरेशन के लिए चार सर्जनों की एक टीम का नेतृत्व किया.
डॉक्टरों के अनुसार, अहमदाबाद के बापूनगर का 28 वर्षीय युवक कम से कम एक दशक से मनोवैज्ञानिक बीमारी से पीड़ित है. मरीज के परिवार बताया कि शख्स मेटल की चीजों को खाना समझकर खाता है. उनकी एक असफल शादी से छह साल की बेटी भी है. मरीज के परिवार के अनुसार आठ साल पहले जब उसकी पत्नी छोड़कर चली गई, जिसके बाद उसे मानसिक बीमारी हो गई. लेकिन परिवार के पास उनके दावों का समर्थन करने के लिए कोई दस्तावेज नहीं है. अस्पताल के मनोरोग विभाग ने पाया है कि वह सिज़ोफ्रेनिया से पीड़ित है.