Fact Check: उच्च कर व्यवस्था के कारण टोयोटा कंपनी भारत में निवेश करना बंद कर सकती है? केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने बताई सच्चाई
सोशल मीडिया पर एक वायरल रिपोर्ट में दावा किया गया है कि उच्च कर व्यवस्था के कारण टोयोटा मोटर कंपनी भारत में निवेश करना बंद कर सकती है. इस रिपोर्ट में किए जा रहे दावे को केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने खारिज कर दिया है और कहा है कि टोयोटा अगले 12 महीनों में 2000 करोड़ रुपए से भी अधिक का निवेश करेगी.
Fact Check: कोरोना वायरस महामारी (Coronavirus Pandemic) के इस दौर में आए दिन सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर फेक खबरों (Fake News) और गलत जानकारियों (False Information) को प्रसारित कर लोगों को भ्रमित करने का प्रयास किया जा रहा है. इसी कड़ी में सोशल मीडिया पर एक वायरल रिपोर्ट में दावा किया गया है कि उच्च कर व्यवस्था (High Tax Regime) के कारण टोयोटा मोटर कंपनी (Toyota Motor Company) भारत में निवेश करना बंद कर सकती है. इस रिपोर्ट में किए जा रहे दावे को केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर (Union Minister Prakash Javadekar) ने खारिज कर दिया है और कहा है कि टोयोटा (Toyota) अगले 12 महीनों में 2000 करोड़ रुपए से भी अधिक का निवेश करेगी.
ब्लूमबर्ग (Bloomberg) द्वारा प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, टोयोटा की स्थानीय इकाई के उपाध्यक्ष शेखर विश्वनाथन (Shekhar Vishwanathan) ने कहा था कि केंद्र सरकार कारों और मोटरबाइकों पर करों में बढ़ोत्तरी कर रही है, जिसके कारण कंपनियों को स्केल बनाने में मुश्किल हो रही है. उन्होंने यहां तक कहा कि हम भारत से बाहर नहीं जाएंगे, लेकिन हम बड़े पैमाने पर विस्तार नहीं करेंगे.
रिपोर्ट का हवाला देते हुए केंद्रीय भारी उद्योग मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने ट्विटर पर लिखा कि टोयोटा कंपनी द्वारा भारत में निवेश बंद करने की खबर गलत है. @vikramkirloskar ने स्पष्ट किया है कि टोयोटा अगले 12 महीनों में 2000 करोड़ रुपए से अधिक का निवेश करेगी. यह भी पढ़ें: Indian Railways क्या अपने नॉन-गैजेटेड कर्मचारियों को देगी बोनस? जानें हकीकत
प्रकाश जावड़ेकर ने किया ट्वीट-
टोयोटा किर्लोस्कर मोटर (Toyota Kirloskar Motor) के वाइस चेयरमैन विक्रम किर्लोस्कर (Vikram Kirloskar) ने केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर का समर्थन करते हुए लिखा है- बिल्कुल! हम घरेलू ग्राहकों और निर्यात के लिए इलेक्ट्रिक कंपोनेंट्स और टेक्नोलॉजी में 2000 करोड़ रुपए से अधिक का निवेश कर रहे हैं. हम भारत के भविष्य के लिए प्रतिबद्ध हैं. इसके साथ ही समाज, पर्यावरण, कौशल और प्रौद्योगिकी में सभी प्रयास जारी रखेंगे.
इसके आगे उन्होंने लिखा कि हम मांग में वृद्धि देख रहे हैं और बाजार धीरे-धीरे ठीक हो रहा है. भारत में टोयोटा की गतिशीलता का भविष्य मजबूत हैं, इस यात्रा का हिस्सा बनने पर हमें गर्व है. हम वाहन और मजबूत भारत के निर्माण में मदद के लिए विद्युतीकरण की दिशा में 2000 करोड़ रुपए से अधिक का निवेश कर रहे हैं.
विक्रम किर्लोस्कर ने किया ट्वीट-
रिपोर्ट के अनुसार, भारत में कार, दोपहिया वाहन और स्पोर्ट्स यूटिलिटी वाहन सहित मोटर वाहन पर 28 फीसदी का उच्च कर वसूला जाता है. कार के प्रकार, लंबाई या इंजन के आकार के आधार पर अतिरिक्त शुल्क वसूला जाता है, जो 1 फीसदी से 22 फीसदी तक हो सकता है. 1500cc से अधिक वाली चार मीटर की SUV के लिए कर 50 फीसदी तक पहुंच सकता है.
Fact check
उच्च कर व्यवस्था के कारण टोयोटा कंपनी भारत में निवेश करना बंद कर सकती है.
यह रिपोर्ट फेक है, क्योंकि केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा है कि टोयोटा अगले 12 महीनों में 2000 करोड़ रुपए से अधिक का निवेश करेगी.