Fact Check: कोरोना के तेजी से बढ़ते मामलों के बीच WHO ने भारत के लिए जारी किया अलर्ट? जानें वायरल वीडियो का सच
इस वीडियो में दावा किया गया है कि आने वाले 72 से 108 घंटें भारत के लिए भारी हो सकते हैं और 15 अप्रैल तक महामारी से मरने वाले लोगों की संख्या 50,000 हो जाएगी. इस वीडियो में WHO और भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) का हवाला दिया गया है.
सोशल मीडिया पर बहुत सी खबरें आग की तरह फैल जाती हैं. ऐसी ही एक खबर सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है. वायरल खबर में दावा किया जा रहा है कि COVID-19 के बढ़ते मामलों को मद्देनजर रखते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की तरफ से भारत को चेतावनी दी गई है. इस संबंध में एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इस वीडियो में दावा किया गया है कि आने वाले 72 से 108 घंटें भारत के लिए भारी हो सकते हैं और 15 अप्रैल तक महामारी से मरने वाले लोगों की संख्या 50,000 हो जाएगी. इस वीडियो में WHO और भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) का हवाला दिया गया है. Fact Check: केंद्र सरकार 10 करोड़ लोगों को 3 महीने के लिए दे रही फ्री इंटरनेट सर्विस, PIB से जानें खबर की सच्चाई.
पूरे मामले में अब WHO ने स्पष्टीकरण दिया है. डब्ल्यूएचओ के दक्षिण-पूर्व एशिया कार्यालय ने मंगलवार को अपने एक ट्वीट में कहा, 'एक वीडियो में दावा किया गया है कि डब्ल्यूएचओ ने भारत में 15 अप्रैल तक कोविड-19 से 50,000 मौत होने की चेतावनी दी है. यह दावा फर्जी है. डब्ल्यूएचओ ने इस तरह की कोई चेतावनी जारी नहीं की है.'
WHO का ट्वीट:
वहीं PIB ने भी अपने फैक्ट चेक में बताया कि यह दावा फर्जी है. PIB ने अपील करते हुए कहा, 'कृपया ऐसे भ्रामक वीडियो या मैसेज को फॉरवर्ड न करें.'
PIB का ट्वीट:
हम आपसे अपील करते है कि किसी भी ऑनलाइन खबर या पोस्ट पर विश्वास करने से पहले उसकी प्रामाणिकता की जांच जरुर कर लें. सोशल मीडिया पर ऐसी झूठी खबरों को शेयर करने से परहेज करें. साथ ही अफवाह फैलाने वालों से सावधान रहें.
Fact check
दावा किया गया है कि WHO ने चेतावनी देते हुए कहा है कि, 'आने वाले 72 से 108 घंटें भारत के लिए भारी हो सकते हैं और 15 अप्रैल तक महामारी से मरने वाले लोगों की संख्या 50,000 हो जाएगी.'
यह दावा फर्जी है. डब्ल्यूएचओ ने इस तरह की कोई चेतावनी जारी नहीं की है.'