तेलंगाना: कांग्रेस MLA सीतक्का ने COVID-19 लॉकडाउन के बीच भूखें आदिवासियों को करा रही हैं भोजन, पथरीले रास्तों पर कई किलोमीटर पैदल चलकर गरीबों की कर रही हैं सेवा, देखें विडियो

देश में कोरोना वायरस महामारी के कारण सभी अपने घरों के अंदर बंद है, सरकार गरीब और असहाय लोगों तक अपनी हर संभव मदद पहुंचा रही है, जबकि दूसरी ओर विपक्ष पार्टियां आरोप और प्रत्यारोप लगा रही है. सीथक्का पहले एक माओवादी थी जिन्होंने कानून की पढ़ाई की और वारंगल अदालत में इसका अभ्यास किया.

सीथाका, तेलंगाना में मुलुगु के कांग्रेस विधायक (Photo Credits: Twitter/ @seethakkaMLA)

देश में कोरोना वायरस महामारी के कारण सभी अपने घरों के अंदर बंद है, सरकार गरीब और असहाय लोगों तक अपनी हर संभव मदद पहुंचा रही है, जबकि दूसरी ओर विपक्ष पार्टियां आरोप और प्रत्यारोप लगा रही है. वहीं तेलंगाना से एक भावनात्मक खबर भी सामने आई है, जिसका विडियो देख सभी की आंखे नम हो रही हैं. हम बात कर रहे हैं तेलंगाना के कांग्रेस विधायक सीतक्का (Seethakka) की. जी हां, कांग्रेस विधायक सीतक्का कोरोनो वायरस (Coronavirus) महामारी संकट के बीच गरीबों और जरूरतमंद लोगों को खाना खिलाने के लिए कई मील तक पैदल चलीं.

सीतक्का (Seethakka) वो महिला है जो एक पूर्व माओवादी से मुलुगु की विधायक बनीं. उन्होंने अपने निर्वाचन क्षेत्र के आदिवासी इलाकों में कई गरीबों की मदद के लिए खाद्यान्न, सब्जियां और अन्य आवश्यक वस्तु दान किए. कोविड-19 लॉकडाउन के मद्देनजर सीतक्का ने एक अभियान #GoHungerGo शुरू किया है, जो इस महामरी संकट के बीच समाज के कमजोर वर्गों की मदद करने के लिए बहुत उपयोगी साबित हुआ है.

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सोशल मीडिया पर वायरल हो रहीं इन विडियो को देखें

कांग्रेस विधायक सीतक्का ने अपने निर्वाचन क्षेत्र में लोगों की मदद करने के लिए पथरीले पहाड़ों को पार किया:

इस विधायक के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर देखा जा सकता है कि वें सामान ले जा रही हैं. उन्होंने आदिवासियों को 30,000 किलोग्राम चावल और इसी तरह की सब्जियां, दाल, तेल और अन्य जरूरत की चीजे दी. उनके इस समर्पण को देख कर सोशल मीडिया पर उनकी खूब प्रशंसा की जा रही है. बता दें कि विधायक सीतक्का यह काम करीब 40 दिनों से कर रही हैं. 2 मई को उन्होंने कहा कि, "यह एक दिन में 27वां गांव है जो 38 दिनों में सबसे अधिक है," उन्होंने आगे कहा कि, "तेलंगाना में अपने निर्वाचन क्षेत्र के 379 गावों में चावल, सब्जियां, तेल, दाल बांटे गए हैं."

सीतक्का का #GoHungerGo चैलेंज:

बता दें कि मुलुगु तेलंगाना में लगभग 600 गांवों के साथ सबसे बड़ा निर्वाचन क्षेत्र है, जिनमें से अधिकांश वन और आदिवासी क्षेत्र हैं. दो बार विधायक रह चुकीं सीतक्का सुबह 9 बजे चावल, सब्जियां और अन्य जरूरी सामान के साथ ट्रैक्टर पर बैठ जाती हैं. विधायक कुछ अपने कुछ प्रतिनिधियों के साथ गरीबों और जरूरतमंदों के लिए सामान लेकर उनके पास पहुंच जाती हैं. आपको बता दें कि इस मुश्किल समय में लोगों को सहायता और राहत प्रदान करने में वे सबसे आगे हैं.

सीथक्का का आदिवासियों की मदद करते हुए एक और वीडियो:

सीथक्का पहले एक माओवादी थी जिन्होंने कानून (Law) की पढ़ाई की और वारंगल (Warangal) अदालत में इसका अभ्यास किया. जिसके बाद मुलुगु निर्वाचन क्षेत्र से विधायक का चुनाव लड़ी और जीत भी हासिल की. सीतक्का ने अपने एक ट्वीट में उल्लेख किया कि लोग उनसे पूछ रहे हैं कि वह सुबह 9 से रात 9 तक लगातार कैसे काम करते हैं, वह भी तापमान 42 और 44 डिग्री की चिलचिलाती गर्मी में. उन्होंने बड़ी सहजता से कहा कि, 'मैं अपने लोगों के प्यार और विश्वास को कैसे भूल सकती हूं, खासकर ऐसे संकट के समय में जब उन्हें मेरी जरूरत है'

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