Chinese Rocket Memes and Jokes: चीनी रॉकेट के पृथ्वी पर गिरने के बाद इंटरनेट पर मीम्स और जोक्स वायरल, देखें लोट पोट कर देने वाले रिएक्शंस
इस सप्ताह के अंत में पृथ्वी पर दुर्घटनाग्रस्त होकर चीनी रॉकेट गिरने के बाद से इंटरनेट पर लगातार उससे जुड़े मीम्स और जोक्स वायरल हो रहे हैं. अंतरिक्ष में बेकाबू हुआ चीन का 21 हजार किलो का लॉन्ग मार्च 5 बी रॉकेट बेलगाम रॉकेट (Long March 5B Rocket) उड़ान के कुछ दिनों बाद बेकाबू होकर फिर से पृथ्वी पर गिर गया.
इस सप्ताह के अंत में पृथ्वी पर दुर्घटनाग्रस्त होकर चीनी रॉकेट गिरने के बाद से इंटरनेट पर लगातार उससे जुड़े मीम्स और जोक्स वायरल हो रहे हैं. अंतरिक्ष में बेकाबू हुआ चीन का 21 हजार किलो का लॉन्ग मार्च 5 बी रॉकेट बेलगाम रॉकेट (Long March 5B Rocket) उड़ान के कुछ दिनों बाद बेकाबू होकर फिर से पृथ्वी पर गिर गया. रिपोर्ट के मुताबिक रॉकेट भारत के पास समुद्र में गिरा है. बताया जा रहा है कि ये हिन्द महासागर में गिरा है. चीनी मीडिया ने दावा किया है कि 21 हजार किलो का अनियंत्रित हो चुका ये रॉकेट भारत के पास ही समुन्द्र में गिरा है. हालांकि, अभी तक ये पता नहीं लगाया जा सका है कि इस रॉकेट के गिरने से क्या नुकसान हुआ है? यह भी पढ़ें: Lockdown Memes and Jokes 2021: सोशल मीडिया पर लॉकडाउन मीम्स और जोक्स वायरल, यूजर्स ने दिए लोटपोट कर देने वाले रिएक्शन
चीनी मीडिया के अनुसार अंतरिक्ष में बेकाबू हुआ लॉन्ग मार्च 5 बी रॉकेट भारत के दक्षिणपूर्व हिस्से में या श्रीलंका के आसपास हिंद महासागर में कहीं गिरा है. वहीं, अमेरिका के स्पेस फोर्स की रिपोर्ट के मुताबिक ये चीनी रॉकेट 18 हजार मील प्रतिघंटे की रफ्तार से पृथ्वी की तरफ बढ़ रहा था, जिसकी वजह से ये कहां गिरने वाला था इसकी पुष्टि नहीं की जा सकी. हालांक, अभी तक किसी नुकसान की खबर नहीं आई है. इस घटना के बाद से इंटरनेट पर चीनी रॉकेट के गिरने के मीम्स और जोक्स वायरल हो रहे हैं. इस घटना पर लोग लोट पोट होनेवाले प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं.
देखें वायरल मीम्स और जोक्स:
वैज्ञानिक की जानकारी:
चीनी रॉकेट को ढूंढने की कोशिश:
भारतीय समुद्र में गिरा चीनी रॉकेट:
वेटिंग:
शॉक:
चीनी रॉकेट मीम्स:
कोविड के बाद चीनी रॉकेट:
लाइव अपडेट:
वेदर फोरकास्ट:
ट्रैकिंग चीनी रॉकेट:
चीन दुनिया तबाह करने वाला था:
फाइनली रॉकेट दिखाई दिया:
चीनी रॉकेट ब्लास्ट:
आपको बता दें कि चीन ने अमेरिका को टक्कर देने के लिए 29 अप्रैल को स्पेस स्टेशन के पहले कोर कैप्सूल मॉड्यूल को लॉन्च किया था. वैज्ञानिक जोनाथन मैकडोवेल के मुताबिक इसके पीछे पूरी तरह से चीन की लापरवाही थी. जिस रॉकेट का वजन 10 टन से ज्यादा होता है, उसे हम बेकाबू होकर अंतरिक्ष से गिरने के लिए नहीं छोड़ सकते हैं.