World Hypertension Day 2023: आज है विश्व उच्च रक्तचाप दिवस? हार्ट अटैक एवं स्ट्रोक से बचने के लिए ऐसे पायें इस पर नियंत्रण!
क्या आप अपना ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रख रहे हैं? अथवा क्या आप स्वस्थ हृदय के लिए इसे सही तरीके से मापते और मॉनिटर करते हैं? विश्व उच्च रक्तचाप दिवस के अवसर पर आइये, उच्च रक्तचाप के गंभीर खतरे के बारे में अधिकतम जानकारी हासिल कर ज्यादा से ज्यादा लोगों को जागरूक करें.
क्या आप अपना ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रख रहे हैं? अथवा क्या आप स्वस्थ हृदय के लिए इसे सही तरीके से मापते और मॉनिटर करते हैं? विश्व उच्च रक्तचाप दिवस के अवसर पर आइये, उच्च रक्तचाप के गंभीर खतरे के बारे में अधिकतम जानकारी हासिल कर ज्यादा से ज्यादा लोगों को जागरूक करें. यह भी पढ़ें: World Hypertension Day 2023: हाइपरटेंशन एक 'साइलेंट किलर' है, अपने ब्लड प्रेशर को सटीक रूप से मापें, इसे नियंत्रित करने के लिए देखें ये वीडियो
प्रत्येक वर्ष 17 मई को विश्व उच्च रक्तचाप दिवस मनाया जाता है, ताकि लोगों को उच्च रक्तचाप एवं इससे होने वाले गंभीर परिणाम से जागरूक किया जा सके. इस दिवस का मुख्य उद्देश्य लोगों में रक्तचाप के बारे में जागरूक करना है, ताकि इससे जुड़े जोखिम को समझा जा सके. हालिया मिले आंकड़ों के अनुसार संपूर्ण विश्व में लगभग 30 प्रतिशत से अधिक आबादी उच्च रक्तचाप की समस्या से पीड़ित है. इसे हाइपर टेंशन (High BP) के नाम से भी जाना जाता है. आइये जानते हैं, इस खतरनाक बीमारी के संदर्भ में दिल्ली के चिकित्सक डॉ जितेंद्र सिंह क्या कहते हैं, ताकि लोग समय रहते इस बीमारी पर नियंत्रण रख सकें.
विश्व उच्च रक्तचाप दिवस का इतिहास
विश्व उच्च रक्तचाप संगठन (World Hypertension League) एक गैर-लाभकारी संगठन है, जो विश्व स्तर पर उच्च रक्तचाप पर नियंत्रण रखने और लोगों को वैश्विक स्तर पर शिक्षित एवं जागरूक करने के लिए काम कर रहा है. इस संगठन की स्थापना 4 जनवरी, 1984 को हुई थी. विश्व उच्च रक्तचाप संगठन की शुरुआत साल 2005 में हुई थी, और 2006 से, 17 मई के दिन हर साल विश्व उच्च रक्तचाप दिवस मनाया जा रहा है. विश्व उच्च रक्तचाप दिवस का मुख्य उद्देश्य लोगों को इस संदर्भ में ज्यादा से ज्यादा जागरूक बनाना है, क्योंकि संगठन का मानना है कि इस बीमारी के बारे में लोगों को ज्ञान का अभाव है.
क्या है उच्च रक्तचाप?
डॉ जितेंद्र सिंह के अनुसार उच्च रक्तचाप की स्थिति में ब्लड प्रेशर 90/140 या इससे ऊपर पहुंच जाता है. ऐसे में धमनियों (Arteries) में रक्त का दबाव ज्यादा बढ़ जाता है. अमूमन दिन में कई बार रक्त का दबाव घटता-बढ़ता है, लेकिन लंबे समय तक दबाव बने रहना मरीज के लिए घातक हो सकता है, क्योंकि कभी-कभी इससे स्ट्रोक अथवा हृदयाघात जैसे खतरे उत्पन्न हो सकते हैं. डॉ जितेंद्र कहते हैं, -ब्लड प्रेशर कंट्रोल में करने के लिए दवा लेने से बेहतर होगा कि इस स्थिति से बचने के लिए निरंतर प्रयत्नरत रहना चाहिए. यानी आप लंच एवं डिनर समय पर लें, ज्यादा मोबाइल के प्रयोग से बचें. डॉक्टर के सुझाव के अनुरूप योग अथवा व्यायाम आदि करते रहें.
कैसे मनायें विश्व उच्च रक्तचाप दिवस?
विश्व उच्च रक्तचाप दिवस मनाने हेतु, इस बीमारी से संबंधित कार्यक्रमों का आयोजन कर सकते हैं. मसलन सोशल मीडिया एवं अन्य माध्यमों से लोगों को उच्च रक्तचाप के बारे में अधिकतम जानकारियों के बारे में बात करें. सोसायटी में कैंप लगाकर डॉक्टर्स के सहयोग से लोगों को जागरूक करने एवं उनके रक्तचाप को नियंत्रण में रखने में मदद करें. उन्हें बताएं कि वे स्वयं अपने रक्तचाप की जांच कर सकते हैं, ताकि आपातकाल परिस्थितियों पर वे यथास्थिति डॉक्टर से परामर्श ले सकें, और अपनी जान को जोखिम में डालने से बचा सकें, क्योंकि अकसर उच्च रक्तचाप के कोई लक्षण नहीं दिखते है. इसलिए, जिसे उक्त रक्तचाप के मरीजों को अपने ब्लड प्रेशर पर नजर रखनी चाहिए.