क्यों लगती है सुस्ती और थकान? इन उपायों से जीवन को बना सकते हैं आसान!

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कोरोना के नये वैरियेंट ओमिक्रॉन के चार प्रमुख लक्षणों में से एक अत्यधिक थकान को भी शुमार किया है. लेकिन चिकित्सा विशेषज्ञों का कहना है कि हर थकान ओमिक्रॉन नहीं होता.

प्रतिकात्मक तस्वीर (Photo Credits Pixabay)

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कोरोना के नये वैरियेंट ओमिक्रॉन के चार प्रमुख लक्षणों में से एक अत्यधिक थकान को भी शुमार किया है. लेकिन चिकित्सा विशेषज्ञों का कहना है कि हर थकान ओमिक्रॉन नहीं होता. ज्यादा थकान या सुस्ती से बचने के लिये एक संतुलित सामान्य जीवन शैली अपनाना आवश्यक है.

ज्यादा शारीरिक एवं मानसिक व्यस्तता से थकान, आलस्य एवं सुस्ती उपजती है. इसके अलावा कमजोरी, अनिद्रा, डायबिटीज एवं थायरॉयड भी अत्यधिक थकान का कारण हो सकती है. अकसर काम और व्यस्तता के चलते हम अपनी सेहत पर ध्यान नहीं दे पाते. ज्यादा थकान से आंखों की रोशनी, कमर दर्द एवं सिर दर्द जैसी समस्या खड़ी हो सकती है. जब से विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कोरोना के नये वैरियेंट ओमिक्रॉन के चार मुख्य लक्षणों में एक अत्यधिक थकान को शुमार किया है, हमें इन सामान्य-सी लगनेवाली समस्याओं को हलके से नहीं लेना चाहिए. दिल्ली के चिकित्सक डॉ. जीतेंद्र सिंह के अनुसार बहुत ज्यादा थकान या सुस्ती महसूस होती है तो एक बार अपने चिकित्सक की सलाह पर आवश्यक जांच जरूर करवा लें. अलबत्ता सामान्य परिस्थितियों में हमें अपनी जीवन शैली को सामान्य बनाये रखने के लिए इन आसान टिप्स का प्रयोग कर सकते हैं. यह भी पढ़ें : Datta Jayanti 2021 Wishes: दत्तात्रेय जयंती पर प्रियजनों को इन हिंदी WhatsApp Messages, Facebook Greetings, GIF Images, Quotes के जरिए दें शुभकामनाएं

* पौष्टिक खान-पानः हमारे शरीर को स्वस्थ रखने में सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण भूमिका प्रोटीन की होती है. इसलिए हमें नियमित रूप से प्रोटीन युक्त आहार की जरूरत होती है. लेकिन कार्य की व्यस्तता अथवा चटोरेपन की प्रवृत्ति के कारण हम बर्गर-पिज्जा से अपना पेट भर लेते हैं. अगर इनके बजाय प्रोटीन की भरपाई वाले खाद्य अंडा, दही, दूध, हरी साग-सब्जी, ड्राय फ्रूट्स, दाल, बादाम, चिकेन आदि का सेवन करने से शरीर को प्रचुर मात्रा में प्रोटीन प्राप्त होता है. इससे थकान अथवा सुस्ती का अहसास नहीं होगा.

* ज्यादा जल पीयेः अत्यधिक श्रम से शरीर में ऊर्जा का क्षरण होता है. ऊर्जा की भरपाई के लिए हमें ज्यादा से ज्यादा पानी पीना चाहिए.

* एक्टिविटीः कोरोना संक्रमण के कारण जब से वर्क फ्रॉम होम का सिलसिला शुरु हुआ है टेबल अथवा बेड पर एक ही मुद्रा में घंटों बैठे रहने से शरीर में ब्लड सर्कुलेशन सही तरीके से नहीं हो पाता. चुस्त-दुरुस्त बने रहने के लिए शरीर की मांसपेशियों एवं अस्थियों को मूव करते रहना बहुत जरूरी है. इसके लिए बहुत जरूरी है कि आप हर डेढ़ से दो घंटे के दरम्यान थोड़ी देर के लिए ब्रेक लें, कुछ भी कार्य करें, मगर एक ही मुद्रा में बैठे रहने से बचें.

* व्यायामः नियमित व्यायाम से मेटाबॉलिज्म बेहतर होने के साथ अतिरिक्त कैलरी भी बर्न होती है, इस वजह से आपका वजन बढ़ता, सिर-दर्द एवं अवसाद जैसी समस्याओं से मुक्ति मिलती है और मस्तिष्क भी सुचारु रूप से कार्य करता है. इस वजह से आप छोटे-मोटे कार्य करके थकान महसूस नहीं करते. लेकिन नियमित व्यायाम करने वालों को लिक्विड पदार्थों का नियमित सेवन जरूरी है.

* पर्याप्त नींदः अगर आप चाहते हैं कि सुबह-सवेरे उठने पर आप ताजादम महसूस करें तो जरूरी है कि आप रात में 7 से 8 घंटे की नींद अवश्य पूरी करें. अप्रयाप्त नींद आपकी थकान की एक वजह हो सकती है. पर्याप्त नींद लेने से आपको प्रचुर ऊर्जा प्राप्त होती है. अगर कभी-कभार किसी वजह से रात में पूरी नींद नहीं ले पाते हैं तो दिन में एकाध घंटे अवश्य सोयें.

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