10 साल के बाद बच्चों के दूध के दांत टूट जाते हैं और नए दांत आ जाते हैं. जब बच्चों के नए दांत आते है तो पैरेंट्स ये सोचकर बहुत इमोशनल हो जाते हैं कि उनके बच्चे बड़े हो रहे हैं. लोगों का मानना है की बच्चों के दूध के दांत टूट जाने पर उसे मिट्टी में गाड़ देना चाहिए इससे दांत मजबूत और टिकाऊ होते हैं.
ऐसा ही कुछ वैज्ञानिक कह रहे हैं की बच्चों के टूटे हुए दूध के दांत संभालकर रखने चाहिए, इसका सीधा संबंध आपके बच्चे की सेहत से जुड़ा हुआ है. वैज्ञानिकों का मानना है आपके बच्चे का दांत डेंटल स्टेम सेल्स (Dental Stem Cells)को एक्सट्रैक्ट करने में यूज हो सकता है, जिससे आपका बच्चा कई खतरनाक बीमारियों से बच सकता है.
हमारी बॉडी सेल्स से बनी है, इनमें स्टेम सेल्स सबसे यंग होती है जिससे कि और भी कई तरह की सेल्स बनती हैं. इन स्टेम सेल्स को बच्चे के दूध के दांत से एक्सट्रैक्ट किया जा सकता है. अगर बच्चों के दूध के दांत सही तरीके से संभालकर रखे जाएं तो बाद में इससे और भी स्टेम सेल्स बनाए जा सकते हैं, जो किसी डैमेज सेल को रिप्लेस कर सकता है.
स्टेम सेल्स के और भी फायदों पर रिसर्च जारी हैं. ये स्टेम सेल्स कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी से लड़ने में भी फायदेमंद हो सकते हैं. इन स्टेम सेल्स को स्टोर करना काफी खर्चीला हो सकता है. बहुत से पैरंट्स अपने बच्चे के दांत के स्टेम सेल्स को प्रिजर्व रखने के लिए काफी खर्च करते हैं, ताकि बच्चा जानलेवा बीमारियों से बच सके.
हाल ही में हुई एक स्टडी के अनुसार अडल्ट स्टेम सेल्स में बच्चों के दांत से निकली स्टेम सेल्स से ज्यादा पोटेन्शियल होता है, ये बीमारियों से लड़ने में ज्यादा कारगार होता है. अभी ये फैक्ट पूरी तरह से साबित नहीं हुआ है. स्टेम सेल्स को स्टोर करना भले ही काफी खर्चीला हो लेकिन ये आप पर निर्भर करता है की आप ये करना चाहते हैं या नहीं.