हमारी त्वचा बहुत ही संवेदनशील होती है. मौसम में ठंडी हवा के घुलने के साथ त्वचा शुष्क होने लगती है, एड़ियां फटने लगती है. ये त्वचा की आम समस्याएं होती हैं. बढ़ती उम्र के साथ त्वचा की समस्याएं भी बढ़ती हैं. 25 से 27 वर्ष की आयु तक जहां लोग बिना मायस्चरायजर के त्वचा में ग्लो लाने में सफल होते हैं, 40 की उम्र तक पहुंचते-पहुंचते उन्हें अप्राकृतिक मायस्चराईजर पर निर्भर होना पड़ता है. क्योंकि बढ़ती उम्र के साथ त्वचा नेचुरल ऑयल बनाने में असमर्थ होती जाती है. इस कारण कोलेजन और एलास्टिन का प्रोडक्शन भी क्रमशः कम होने लगता है. त्वचा पर झुर्रियां पड़नी शुरु हो जाती हैं. शुष्क त्वचा जब सूर्य की तीक्ष्ण रोशनी पड़ती है तो पिग्मेंटेशन और आँखों के नीचे काले घेरे पड़ने लगते हैं. ऐसी स्थिति से बचने के लिए जरूरी है कि सर्दी शुरु होने के साथ ही त्वचा की देखभाल शुरु कर देनी चाहिए.
* केला, मलाई एवं शहद का लेप लगायें
सर्दी के दिनों में अमूमन हर घरों में सेंट्रल हीटिंग, ब्लोअर, रूम हीटर आदि प्रयोग किये जाते हैं, जिससे कमरे की नमी सूख जाती है, परिणामस्वरूप त्वचा पर शुष्की एवं दानेदार जैसी हो जाती है. इसे कम करने के लिए एक पके एवं मसले हुए केले में 1 छोटा चम्मच दूध की मलाई और एक छोटा चम्मच शहद को अच्छे से मिलाकर चेहरे पर लगायें. आधे घंटे बाद चेहरे को धो लें. चेहरा दमक उठेगा.
* स्नान के पश्चात लैनोलिन मॉयस्चराइजर त्वचा पर लगाएं.
आपकी त्वचा अगर बहुत संवेदनशील है, तो स्नान के पश्चात बिना सुगंध या लैनोलिन वाला मॉइस्चराइज़र अपनी गीली त्वचा पर लगाएं. इससे मॉइस्चराइजर सतह की नमी को फंसाने में मदद करती है. पूरी सर्दी ऐसा ही करें, आपकी त्वचा शुष्क नहीं होगी.
* गर्म पानी एवं साबुन का कम इस्तेमाल करें
सर्दी के दिनें में गरम पानी एवं साबुन का कम इस्तेमाल करें. आपकी त्वचा में ठंड के कारण खुजली हो रही है तो नॉन डिटर्जेंट युक्त क्लींजर के साथ गुनगुने शॉवर में स्नान करें. स्नान के पश्चात पेट्रोलियम जेलीयुक्त मॉयस्चराइजर को अपनी त्वचा पर लगाएं एवं हल्के हाथों से थपथपाकर सुखाएं.
* तेज धूप से बचें
ठंडी हवा से शरीर की त्वचा को बचायें. बेहतर होगा कि घर से बाहर निकलने से पहले स्टोल से चेहरे को अच्छी तरह कवरकर उसे तेज धूप से बचाएं. पेट्रोलियम आधारित लिप बाम का इस्तेमाल करें. पेट्रोलियम एवं सेरामाइड युक्त क्रीम त्वचा की बेहतर सुरक्षा करती हैं. यह भी पढ़ें : Winter Season & Til Gud: सर्दी भगाये, स्वाद जगाए! घर में बनायें तिल-गुड़ के स्वादिष्ट एवं स्वास्थ्यवर्धक लड्डू और गजक! जानें इन्हें बनाने की आसान विधि!
* त्वचा रोग विशेषज्ञ से मिलें
अगर आपकी त्वचा संबंधी तमाम सुरक्षा उपायों के बावजूद आपकी त्वचा की खुस्की, खुजली, फुंसियां, चकत्ते, स्केलिंग आदि ठीक नहीं हो रहे हैं तो वक्त खराब होने से पूर्व किसी डर्मेटोलॉजिस्ट से मिलकर सुझाव लें, क्योंकि त्वचा के साथ ज्यादा रिस्क नहीं लिया जाना चाहिए.
* खानपान का ध्यान रखें
शीत ऋतु में त्वचा की सुरक्षा के लिए खानपान पर भी विशेष ध्यान देने की जरूरत होती है. इस मौसम में ओमेगा 3 (फ्लैक्स सीड एवं सालमन) से युक्त चीजों का सेवन करें. इसके साथ ही बल् बेरी, पालक और हरी पत्तेदार सब्जियों का डायट में आवश्यक रूप से शामिल करें.
* भरपूर पानी का इस्तेमाल करें
सर्दी में अकसर ठंड के कारण कम पानी पीते हैं, जिसकी वजह से त्वचा को पर्याप्त पानी नहीं प्राप्त हो पाता. पानी से त्वचा को प्राकृतिक नमी प्राप्त होती है, जिसकी वजह से शरीर से विषैले पदार्थ बाहर निकलते हैं और त्वचा दोष मुक्त होती है.