शनि के संदर्भ में एक प्रचलित धारणा है कि वे लोगों को कष्ट पहुंचाते हैं. उनकी छाया मात्र से अनिष्ठ होता है. वह जिससे नाराज होते हैं, उस पर साढ़ेसाती या महादशा लग जाता है. ज्योतिष शास्त्र में शनि को न्याय का देवता बताया गया है. वह लोगों को उनके कर्मो के अनुसार फल देते हैं. उन्हें प्रसन्न करना काफी मुश्किल होता है, लेकिन क्या आपको पता है कि जिसकी कुंडली में शनि का शुभ योग बनता है, उसे हर कार्य में सफलता, धन-दौलत और समाज में प्रतिष्ठा मिलती है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, शनिवार के दिन कुछ उपायों को करने से ना केवल सुख-शांति मिलती है, बल्कि माँ लक्ष्मी आपके घर पर निवास करेगी. आइए जानें क्या है वे उपाय.
कड़ी परिश्रम का उचित फल पाने के लिए
जो लोग कड़ी परिश्रम के बावजूद उन्हें मनोवांछित फलों की प्राप्ति नहीं हो रही है, व्यवसाय में लगातार घाटा हो रहा हो, बीमारी भी परेशान कर रही है, ऐसी स्थिति में शनिवार के दिन स्नान के पश्चात शनि भगवान को ध्यान करते हुए शरीर में तेल की मालिश करें. ऐसा करने से बीमारियों से मुक्ति मिलने के साथ-साथ मनोवांछित फल भी प्राप्त होते हैं.
आर्थिक समस्याओं से मुक्ति पाने के लिए
तमाम कोशिशों के बावजूद अगर आपके आर्थिक कार्यों में बाधाएं आ रही हैं. नौकरी संकट में लग रही है, हर वक्त चोरी का भय सता रहा हो तो इससे निजात पाने के लिए एक सटीक उपाय है. पांच शनिवार को घर में पूजा के वक्त नियमित रूप से हनुमान चालीसा पढ़ें. घर के पास अगर कोई मंदिर है तो नंगे पैरों जाकर हनुमान जी का दर्शन करें. इसके अलावा शनिवार के दिन नाव में लगी पुरानी कील का छल्ला बनवाकर पहनें. आपकी सारी आर्थिक समस्याएं मिट जायेंगी.
घर में सुख, शांति एवं ऐश्वर्य के लिए
घर में आर्थिक संकट चल रहा है. पैसे आ रहे हैं लेकिन बीमारियों में चले जा रहे हैं तो शनिवार के दिन स्नान करने के पश्चात लोहे के बर्तन में पानी, गुड़, तिल, घी एवं कच्चा दूध मिलाकर पीपल की जड़ में अर्पित करें. ऐसा कम से कम 20 या 40 शनिवार तक निरंतर करें. ऐसा करने से माँ लक्ष्मी की विशेष कृपा बरसती है, एवं घर से दूर हुई सुख, शांति एवं समृद्धि पुनः वापस आ जाती है.
राहु केतु से छुटकारा पाने के लिए
अगर घर के किसी सदस्य पर राहु-केतु की दशा भारी पड़ रही है. शनिवार के दिन काले रंग के एक छोटे से पत्थर को तिल के तेल में डालकर 7 बार उस सदस्य के ऊपर से उतारें, जिस पर राहु-केतु की दशा भारी बतायी जा रही है. इस काले पत्थर को घर के बाहर सुलगते आग में डाल दें. कुछ घंटों के बाद जब आग ठंडी हो जाये तो उस पत्थर को जल रहित कुएं (सूखे कुएं) में डाल दें. मान्यता है कि ऐसा करने से राहु-केतु की दशा से मुक्ति मिल जाती है.
धनागम में आ रही रुकावटों के लिए
काफी कोशिशों के बावजूद धनागम में बाधाएं आ रही हैं तो शनिवार के दिन स्नान-ध्यान के पश्चात सोने अथवा चांदी के सिक्के को लाल कपड़े में बांधकर इसे मिट्टी के खूबसूरत कलश में रखें और फिर गेहूं या चावल ऊपर तक भरकर ऊपर से बड़े दीये से ढक दें. इसे घर के उत्तर-पश्चिम के कोने में रखें. जल्दी ही आपको आपेक्षित सफलता मिलने लगेगी. धनागम में आनेवाली सारी रुकावटें दूर हो जायेंगी.