प्रयागराज: कुंभ मेले के दूसरे महत्त्वपूर्ण स्नान दिवस पौष पूर्णिमा (Paush Purnima) के अवसर पर कंपकंपाती ठंड के बावजूद असंख्य श्रद्धालुओं ने गंगा नदी के सर्द पानी में सोमवार को पवित्र डुबकी लगाई. रविवार की रात से ही श्रद्धालुओं के पहुंचने से संगम इलाके में चहल-पहल शुरू हो गई थी. वहीं सुरक्षा बलों ने मेले में पहुंच रहे श्रद्घालुओं एवं आगंतुकों की गतिविधि पर करीब से नजर रखी. सूर्योदय से भी पहले श्रद्धालु डुबकी लगाकर घाट से बाहर आते नजर आए.
अधिकारी बार-बार श्रद्धालुओं से गहरे पानी में नहीं जाने और अपने आस-पास संदिग्ध तत्वों पर नजर रखने तथा पुलिस को इसकी सूचना देने की घोषणा करते रहे. संगम क्षेत्र में कई स्थानों पर सूर्योदय से पहले कोहरा देखा गया. हालांकि इससे पौष पूर्णिमा के स्नान के लिए बड़ी संख्या में यहां उमड़े श्रद्धालुओं के जोश पर कोई असर नहीं पड़ा.
यह भी पढ़ें: Kumbh 2019: आज है पौष पूर्णिमा इस दिन शाही स्नान का है बड़ा महत्त्व, जाने विशेषताएं
पूर्णिमा के साथ ही कल्पवास की शुरुआत हो गई है. पौष पूर्णिमा के महत्त्व के बारे में स्वामी अधोक्षानंद ने कहा, "पौष पूर्णिमा हिंदुओं के लिए एक महत्त्वपूर्ण दिन है जो हिंदु कैलेंडर के पौष माह की पूर्णिमा को पड़ता है. इस दिन, देश के विभिन्न हिस्सों से लोग पवित्र डुबकी लगाने के लिए संगम में एकत्र होते हैं." उन्होंने बताया, "यहां तक कि भगवान कृष्ण ने भी कहा है कि हिंदु कैलेंडर में, वह पौष माह को दर्शाते हैं."