हर व्यक्ति अपने सुखद भविष्य की कामना करता है. इसके लिए नया साल एक अवसर के रूप में होता है, जब व्यक्ति संकल्प लेता है कि नया वर्ष उसके और उसके परिवार के लिए सुखद और भाग्यशाली साबित हो. कुछ लोग पुरानी मान्यताएं एवं रीति रिवाजों का पालन करते हैं तो कुछ लोग टोने-टोटके को अमल में लाते हैं, यहां हम आपको नये साल को सुखद और सकारात्मक बनाने वाले वास्तु के कुछ नियमों के बारे में बात करेंगे.
परिवार के साथ प्रतिदिन एक बार भोजन अवश्य करें
आज की व्यस्ततम जीवन शैली में लोगों के पास परिवार के साथ कुछ पल गुजारने के लिए वक्त नहीं रहता. वास्तु नियमों के अनुसार दिन में कम से कम एक बार अपने परिवार के साथ लंच अथवा डिनर अवश्य करना चाहिए. साल 2024 से प्रतिदिन एक साथ खाने पर बैठें, और एक दूसरे से अपने अनुभव शेयर करें, सुझावों का आदान-प्रदान करें. इससे परिजनों के बीच एकता, सद्भाव, अपनत्व के संबंध प्रगाढ़ होते हैं, जिसकी वजह से घर-परिवार में सकारात्मकता बनी रहती है. आपके मन शुद्ध एवं स्पष्ट होता है.
प्रवेश-द्वार कैसा हो
हम जब घर में प्रवेश करते हैं, तो हमारी पहली नजर घर के मुख्य प्रवेश-द्वार पर पड़ती है. सर्वप्रथम हम प्रवेशद्वार की स्वच्छता से प्रभावित होते हैं. ध्यान रहे स्वच्छ घर सकारात्मक ऊर्जा को आमंत्रित करता है. इसके साथ ही शू-रैक की भी बड़ी महत्वपूर्ण भूमिका होती है. वास्तु के अनुसार बेहतर तो यही होगा कि प्रवेशद्वार पर शू-रैक रखा ही ना जाए, अगर आपके पास कोई अन्य विकल्प नहीं है तो आप शू-रैक को बंद रखें, और इसके ऊपर कछुवा की प्रतिमूर्ति अथवा कछुवा रूपी गमला रखें, यह घर में प्रवेश सभी वास्तु दोषों का निराकरण करता है.
परिवार के साथ प्रतिदिन एक समय पूजा अवश्य करें
आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में लोगों के पास पूजा-अनुष्ठान के लिए वक्त नहीं रहता है, जबकि अधिकांश वास्तु शास्त्रियों का मानना है कि दिन में एक बार अपने इष्ट देव अथवा देवी की पूजा अवश्य करनी चाहिए. पूजा करते समय धूप-दीप प्रज्वलित करना, घंटी बजाना, हवन एवं भोग लगाना आवश्यक होता है. पूजा की इन प्रक्रियाओं से घर से नकारात्मक शक्तियां दूर होती हैं, बेहतर होगा इस पूजा में घर के सभी उपस्थित सदस्य शामिल हों. पूजा-अनुष्ठान से घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बना रहता है, नकारात्मकता दूर होती है.
मंदिर एवं मंदिर परिसर की प्रतिदिन सफाई करें
अक्सर हम अपने घर-परिसर की प्रतिदिन साफ-सफाई करते हैं, लेकिन मंदिर एवं मंदिर परिसर की साफ-सफाई नहीं करते. वास्तु शास्त्र में उल्लेखित है कि जिन घरों में ऐसा होता है, वहां लक्ष्मी प्रवेश नहीं करतीं, जिससे घर में दरिद्रता वास करती है, सोते समय बुरे-बुरे सपने आते हैं. परिवार के बीच विवाद एवं झगड़े आदि होते हैं. साल 2024 से स्नान-ध्यान कर स्वच्छ वस्त्र धारण कर मंदिर परिसर, मंदिर की सफाई अवश्य करें.
उत्तर-पश्चिम दिशा को श्वेत बल्ब से रौशन करें
वास्तु शास्त्र के अनुसार घर का उत्तर पश्चिम-दिशा या वायव्य कोण वायु से संबंधित होती है. इसलिए इस दिशा के लिए सफेद, आइवरी अथवा क्रीम रंग का इस्तेमाल करना चाहिए. इन दिशाओं में रात के लिए भी श्वेत रंग के बल्ब जलाने चाहिए. इससे घर में व्याप्त वास्तु दोष खत्म होते हैं, जीवन में सादगी, सज्जनता एवं सकारात्मकता आती है. आपके रुका हुआ धन प्राप्त होता है.