Navratri 2019: कब है नवरात्रि? जानिए इसका महत्त्व और शुभ मुहूर्त
नवरात्रि नौ दिन तक चलने वाला त्यौहार है, ये भारत के साथ-साथ विदेशों में भी धूम-धाम से मनाया जाता है. हिंदू कैलेंडर के अनुसार यह त्योहार अश्विन महीने में मनाया जाता है, जो कि आमतौर पर ग्रेगोरियन कैलेंडर के अनुसार सितंबर और अक्टूबर में पड़ता है. देश भर में लोग मुख्य रूप से उत्तरी और पश्चिमी क्षेत्रों में नए कपड़े पहनते हैं.
Navratri 2019: नवरात्रि नौ दिन तक चलने वाला त्यौहार है, ये भारत के साथ-साथ विदेशों में भी धूम-धाम से मनाया जाता है. हिंदू कैलेंडर के अनुसार यह त्योहार अश्विन महीने में मनाया जाता है, जो कि आमतौर पर ग्रेगोरियन कैलेंडर के अनुसार सितंबर और अक्टूबर में पड़ता है. देश भर में लोग मुख्य रूप से उत्तरी और पश्चिमी क्षेत्रों में नए कपड़े पहनते हैं. 9 दिनों तक मां दुर्गा की प्रतिमा स्थापित कर व्रत रखते हैं. गुजरात और मुंबई जैसे कई राज्यों में नौ दिनों तक गरबा और डांडिया का आयोजन किया जाता है. इस साल नवरात्रि 29 सितंबर से शुरू होगी और 7 अक्टूबर को समाप्त होगी. नवरात्रि के दसवें दिन विजयदशमी यानी दशहरा 8 अक्टूबर को मनाया जाएगा.
नवरात्रि दो शब्दों से मिलकर बना है, नव का अर्थ है नौ और’ रात्रि ’का अर्थ है रात. ये त्योहार रावण पर राम की विजय का जश्न मनाने के लिए मनाया जाता है. इस दौरान उत्तर भारत में और कई जगहों पर रामलीला आयोजित की जाती है और दसवें दिन यानी दशहरा के दिन रावण दहन करने के बाद इस त्योहार का समापन हो जाता है. इस त्योहार के दौरान लोग पारंपरिक कपड़े पहनते हैं, उपवास रखते हैं. उत्तर भारत और उत्तर-पूर्वी राज्यों में नवरात्रि दुर्गा पूजा के रूप में मनाया जाता है. ऐसा माना जाता है, कि देवी दुर्गा ने राक्षस महिषासुर के साथ युद्ध किया और विजयी हुई. उसके बाद से ये त्योहार मनाया जाने लगा. दुर्गा पूजा के अवसर जगह-जगह पंडाल लगाए जाते हैं, इन पंडालों में मां दुर्गा की मूर्ति स्थापित की जाती है.
शुभ मुहूर्त:
29 सितंबर से 8 अक्तूबर
नवरात्रि में नौ दिनों देवी मां के अलग-अलग नौ रूपों की पूजा की जाती है, आइए बताते हैं उनके नौ स्वरूपों के बारे में:
1. मां शैलपुत्री
2. मां ब्रह्मचारिणी
3. मां चंद्रघण्टा
4. मां कूष्मांडा
5. मां स्कंद माता
6. मां कात्यायनी
7. मां कालरात्रि
8. मां महागौरी
9. मां सिद्धिदात्री
वैसे तो साल में चार नवरात्रि आती हैं, जिनमें से दो मुख्य रूप से और दो गुप्त रूप से मनाई जाती है. चारों नवरात्रियों में शारदीय आश्विन नवरात्रि का सबसे ज्यादा महत्व माना जाता है. शरद ऋतु की इस आश्विन नवरात्रि को मां दुर्गा की असुरों पर विजय पर्व के रूप में मनाया जाता है, इसलिए नौ दिनों तक मां दुर्गा के विभिन्न नौ स्वरुपों की पूजा की जाती है.