शीत ऋतु में हड्डियों, जोड़ों एवं गठिया की पीड़ा से राहत के लिए करें इन वस्तुओं का सेवन, मिलेगा आराम!

अस्थि रोग विशेषज्ञों का मानना है कि कैल्शियम हड्डियों की मजबूती के लिए पॉवर बैंक का कार्य करता है, और चूंकि शीत ऋतु के शुरु होने के साथ ही हड्डियों एवं जोड़ों के दर्द तथा गठिया इत्यादि समस्याएं सिर उठाने लगती हैं, इसलिए सर्दी शुरु होने के साथ ही कैल्शियम के तमाम स्त्रोतों तथा विटामिन D युक्त खाद्य-पदार्थों का इस्तेमाल शुरु कर देना चाहिए...

प्रतीकात्मक तस्वीर

अस्थि रोग विशेषज्ञों (Orthopedic Surgeons) का मानना है कि कैल्शियम हड्डियों की मजबूती के लिए पॉवर बैंक का कार्य करता है, और चूंकि शीत ऋतु के शुरु होने के साथ ही हड्डियों एवं जोड़ों के दर्द तथा गठिया इत्यादि समस्याएं सिर उठाने लगती हैं, इसलिए सर्दी शुरु होने के साथ ही कैल्शियम के तमाम स्त्रोतों तथा विटामिन D युक्त खाद्य-पदार्थों का इस्तेमाल शुरु कर देना चाहिए. पूरी सर्दी इनके सेवन से हड्डियों से जुड़ी तमाम समस्याओं से निजात पाया जा सकता है. आइये जानें सर्दी का स्वागत करते हुए हम कैसे इन वस्तुओं का इस्तेमाल करें कि हमारी हड्डियां मजबूत एवं निरोग बनी रहें. यह भी पढ़ें: ठंड से राहत पाने के लिए रूम हीटर का प्रयोग करने से पूर्व इन बातों का रखें ध्यान, वरना हो सकता है बड़ा नुकसान! जानें क्या कहती हैं विशेषज्ञा!

लहसुन: डॉक्टर्स की मानें तो लहसुन में ऐसे कई तत्व शुमार होते हैं जो यूरिक एसिड को कम करने एवं जोड़ों के दर्द का सबसे कारगर उपाय माना जाता है. इसमें सल्फर और एंटीऑक्सीडेंट के गुण पाए जाते हैं. इसके सेवन से कार्टिलेज सही रहता है. रोजाना सुबह खाली पेट 2-3 लहसुन की कलियों का सेवन करने से गठिया एवं जोड़ों के दर्द से आराम पाया जा सकता है. लेकिन चूंकि लहसुन की तासीर गर्म होती है, इसलिए गर्मी में इसका ज्यादा सेवन नुकसानदेह भी साबित हो सकता है.

मेथी: मेथी के दानें में एंटीइंफ्लेमेटरी और एंटी आर्थराइटिक के गुणों के साथ-साथ सैचुरेटेड और अनसैचुरेटेड फैटी एसिड भी प्रचुर मात्रा में पाये जाते हैं. इसका नियमित सेवन गठिया की पीड़ा से राहत दिलाता है. इसका सेवन कई तरीके से किया जा सकता है. 2 चम्मच मेथी को पानी में उबालकर ठंडा करें और खाली पेट पी लें. सर्दी में इसे दो तीन बार पी सकते हैं. इसके अलावा एक रात पूर्व इसे साफ पानी में भिगोकर भीगे हुए मेथी को चबाकर खाया जा सकता है. गरमी के दिनों में इसका ज्यादा सेवन नहीं करें, क्योंकि इसकी तासीर गर्म होती है.

बादाम: बादाम सेहत के लिए कई दृष्टिकोणों से फायदेमंद माना जाता है. इसमें युक्त ओमेगा 3 फैटी एसिड जोड़ों के दर्द में काफी राहत दिलाता है. इसके सेवन का सबसे बेहतर तरीका यही है कि चार बादाम रात भर साफ पानी में भिगो लें. सुबह नित्य क्रिया निवृत्त होने के बाद इसका छिलका उतारकर इसे खाया जा सकता है. इसके अलावा इसे घिसकर निकले दूध जैसे पदार्थ को एक गिलास गर्म दूध में मिलाकर भी लिया जा सकता है.

अमरूद: ताजे अमरूद में तमाम किस्म के पौष्टिक पदार्थ होने के कारण इसका सेवन कर शरीर से जुड़ी तमाम समस्याओं का निदान किया जाता है. चूंकि यह विटामिन C और कैल्शियम का भी अच्छा स्त्रोत होता है, इसलिए इसका सेवन हड्डियों एवं जोड़ों के दर्द के लिए भी किया जा सकता है. अमरूद काट करके भी खाया जा सकता है, तथा इसे अन्य फलों के सलाद के साथ भी लिया जा सकता है.

हल्दी मिला दूध: दूध में प्रचुर मात्रा में कैल्शियम एवं प्रोटीन मौजूद होते हैं, जो हड्डियों को मजबूत बनाने में सक्षम होते हैं, लेकिन अगर इसमें चुटकी भर हल्दी पाउडर मिलाकर पीया जाये तो सेहत के लिए सोने पे सुहागा साबित हो सकता है, क्योंकि हल्दी में एंटी इम्फेमेंट्री तत्व होते है, जो हड्डियों एवं जोड़ों की पीड़ा में राहत दिलाते हैं. प्रख्यात खाद्य विशेषज्ञों का भी मानना है कि शीत ऋतु में अगर नियमित रूप से सुबह अथवा रात में या दोनों समय हल्दी मिला एक गिलास दूध पीया जाये तो यह काफी हद तक हड्डियों को मजबूत बनायेगा और गठिया या जोड़ों के दर्द से छुटकारा दिला सकता है.

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