World Mental Health Day: मानसिक तौर पर रहना है फिट तो अभी से अपना लीजिए ये आदतें 
विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस (Photo Credits: Pexels)

हममे से अधिकांश लोग शारीरिक तौर पर जब बीमार पड़ते हैं तो इलाज के लिए डॉक्टर के पास जाते हैं, लेकिन हम अक्सर अपने मानसिक स्वास्थ्य की अनदेखी करते हैं. जिस तरह से शारीरिक तौर पर बीमार होने पर व्यक्ति खुद को लाचार समझने लगता है, वैसे ही मानसिक अस्वस्थता हमारे पूरे जीवन को प्रभावित कर सकती है. दरअसल, मानसिक बीमारियां हमारे सोचने-समझने, काम करने, व्यवहार करने जैसी चीजों पर नकारात्मक असर डाल सकती हैं. आज के इस दौर में तनाव, डिप्रेशन, चिंता, बाइपोलर डिसऑर्डर जैसी मानसिक स्वास्थ्य समस्याएं तेजी से लोगों को अपना शिकार बना रही हैं.

दरअसल, हमारे डेली रूटीन में गलत खानपान, एक्सरसाइज न करना, शराब और सिगरेट का सेवन करना जैसी कई आदतें शामिल हैं. जो न सिर्फ हमारे शरीर को बीमार बनाती हैं, बल्कि इन आदतों से हमारे मानसिक स्वास्थ्य पर भी बुरा प्रभाव पड़ता है. आज यानी 10अक्टूबर को विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस (World Mental Health Day) है और इस खास मौके पर हम आपको बताने जा रहे हैं ऐसी ही 5 आदतें, जो जिनसे आपको मानसिक तौर पर फिट रहने में मदद मिल सकती है.

1- नियमित तौर पर करें एक्सरसाइज 

तन और मन दोनों को स्वस्थ व निरोगी बनाए रखने में एक्सरसाइज की काफी अहम भूमिका होती है. शारीरिक कसरत, योग और ध्यान से चिंता व तनाव से छुटकारा मिलता है और इससे याददाश्त बेहतर होती है. योग, ध्यान और कसरत से व्यक्ति की सोचने-समझने की क्षमता अच्छी होती है और काम में एकाग्रता बढ़ती है. अगर आप मानसिक तौर पर फिट रहना चाहते हैं तो हर रोज अपनी दिनचर्या से थोड़ा समय एक्सरसाइज के लिए जरूर निकालें. यह भी पढ़ें: अच्छी और आरामदायक नींद के लिए रोजाना रात में करें ये 5 काम

2- काम और परिवार के बीच संतुलन 

किसी भी इंसान के लिए घर-परिवार के साथ दफ्तर का काम भी जरूरी है. कई बार काम के प्रेशर के चलते लोग अपना ज्यादातर समय ऑफिस के कामों में बिता देते हैं और परिवार को नजरअंदाज कर देते हैं. ऑफिस के काम और परिवार के बीच असंतुलन की वजह से आप मानसिक तौर पर अस्वस्थ हो सकते हैं. इसलिए डिप्रेशन, स्ट्रेस और एंग्जायटी जैसे मानसिक विकारों से बचने के लिए अपने घर-परिवार और ऑफिस के बीच संतुलन बनाने की कोशिश करें.

3- संतुलित और अच्छी नींद है जरूरी 

अगर आप हर रोज कम सोते हैं या फिर देर से सोते हैं और जल्दी उठ जाते हैं तो इससे आप मानसिक और शारीरिक तौर पर बीमार हो सकते हैं. नींद की कमी या अनिद्रा के चलते आप स्ट्रेस, डिप्रेशन और एंग्जायटी के शिकार हो सकते हैं. इसलिए नींद की कमी से होने वाली मानसिक स्वास्थ्य समस्या से बचने के लिए हर रोज समय पर सोने की आदत डालें और कम से कम 8 घंटे की नींद जरूर लें.

4- इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स से ब्रेक लें 

आज के इस डिजिटल युग में हर कोई अपना ज्यादातर समय स्मार्टफोन, लैपटॉप या कंप्यूटर जैसे इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स के साथ बिताते हैं. बता दें कि ये सभी चीजें हमारे रिश्तों पर हावी हो रही हैं. कई अध्ययनों में भी इस बात का खुलासा हो चुका है कि आज के डिजिटल उपकरण लोगों में एकाग्रता की कमी का कारण बन रहे हैं और उन्हें मानसिक तौर पर बीमार बना रहे हैं. अगर आप अपने करीबियों से रिश्ते सुधारना चाहते हैं और मानसिक तौर पर फिट रहना चाहते हैं तो हफ्ते में कम से कम 1-2 बार अपने इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स से ब्रेक जरूर लें. यह भी पढ़ें: छोटी-मोटी स्वास्थ्य समस्याओं के लिए अपने फर्स्ट एड बॉक्स में रखें ये जरूरी चीजें

5- पौष्टिक आहार को दें अहमियत 

जिस तरह से शारीरिक तौर पर स्वस्थ रहने के लिए हेल्दी डायट बहुत जरूरी होता है, ठीक उसी तरह से मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में आहार की काफी अहम भूमिका होती है. कई रिसर्च में भी यह खुलासा हुआ है कि अमीनो एसिड्स, कार्बोहाइड्रेट, विटामिन्स, मिनरल्स और  प्रोटीन युक्त आहार लेने से मूड अच्छा रहता है. स्वस्थ और पौष्टिक आहार की मदद से आप अपने मानसिक स्वास्थ्य में काफी हद तक सुधार ला सकते हैं. इसलिए पौष्टिक चीजों को अपने डेली डायट का हिस्सा जरूर बनाएं.