Coronavirus Second Wave: क्या महाराष्ट्र समेत अन्य जगहों पर कोरोना की सेकेंड वेव शुरु हो गई है? जानें डॉक्टर इसे ज्यादा घातक क्यों बता रहे हैं?
पिछले कुछ दिनों से महाराष्ट्र, पंजाब, केरल एवं दक्षिण के कई शहरों में कोविड-19 के संक्रमण के मामलों में तेजी से वृद्धि हुई है. हालिया खबरों के अनुसार देश भर में कोरोनावायरस के 60 प्रतिशत से ज्यादा मामले अकेले महाराष्ट्र में पाये गये.
कोरोनावायरस: पिछले कुछ दिनों से महाराष्ट्र, पंजाब, केरल एवं दक्षिण के कई शहरों में कोविड-19 (COVID-19) के संक्रमण के मामलों में तेजी से वृद्धि हुई है. हालिया खबरों के अनुसार देश भर में कोरोनावायरस (Coronavirus) के 60 प्रतिशत से ज्यादा मामले अकेले महाराष्ट्र में पाये गये. चिंता की एक और बात यह भी है कि इस बार शहरी क्षेत्र के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों में भी कोरोना संक्रमण की संख्या तेजी से बढ़ी है, जिसकी वजह से राज्य सरकार के साथ-साथ केंद्र सरकार (Central Government) की भी नींद उड़ गई है,गांवों तक कोरोना का पहुंचना देश पर एक बड़ा खतरा माना जा सकता है. महाराष्ट्र सरकार अमरावती, अकोला और यवतमाल में कोविड 19 के संक्रमण को रोकने के लिए लॉकडाउन लगाने पर विचार कर रही है, जबकि वाशिम और वर्धा में कर्फ्यू लगाया जा चुका है. देश की आर्थिक राजधानी अकेले मुंबई में पिछले छह दिनों में कोविड के लगभग 5000 से ज्यादा मामले दर्ज हो चुके हैं. आखिर महाराष्ट्र में कोविड संक्रमण के सेकेंड वेव के बढ़ने की क्या वजहें हो सकती है? इस संदर्भ में मुंबई के ख्याति प्राप्त चिकित्सक डॉ तुषार शाह से विस्तार से बातें होती हैं.
शाहः ये तो होना ही था
मुंबई देश की आर्थिक राजधानी है, इसलिए यहां की हर घटना क्रमों का सीधा असर देश की अर्थ व्यवस्था पर पड़ता है. कोविड के बढ़ते मामलों की वजह पूछने पर डॉ तुषार बताते हैं, - कोविड 19 के मामलों जिसे हम सेकेंड वेव कह सकते हैं में हुई वृद्धि की मुख्य वजह अनलॉकिंग है. जहां-जहां भी अनलॉकिंग हुई है, वह चाहे यूके हो, यूएस हो, अथवा भारत हो कोविड की सेकेंड वेव आया है. इसमें कोई खास कारण ढूंढने की जरूरत नहीं है. भारत में सेकेंड वेव आना था, पुराने वायरस से ही आना था, और अनलॉकिंग की वजह से आना था. इसके पीछे कोई तीसरा कारण नहीं है. अलबत्ता भारत में कोविड का यह सेकेंड वेव अच्छे संकेत नहीं है'
सरकार की मजबूरी थी अनलॉकिंग
डॉ शाह इस संभावना से भी इंकार करते हैं कि यह कोविड 19 के दूसरे लहर की वजह बदलते मौसम या बीएमसी अथवा गवर्नमेंट की लापरवाही हो सकता है. क्योंकि इकोनॉमी के लिए अनलॉकिंग जरूरी था. अलबत्ता जनता ने जरूर लापरवाही बरती है. कहने का आशय मास्क न पहनना, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं करना है. आप शादी अथवा किसी अन्य वजह से दी गई फाइव स्टार होटल की पार्टी में सरीक होते हैं. जहां हेल्थ मिनिस्ट्री की किसी भी गाइड लाइन का पालन नहीं किया जाता. ना सोशल डिस्टेंसिंग ना मास्क पहनना और ना ही सेनेटाइजर आदि की प्रचुर व्यवस्था होना. आखिर गवर्नमेंट या बीएमसी कितना करेगी. आप मास्क नहीं पहनेंगे, डिस्टेंसिंग नहीं रखेंगे तो सेकेंड वेव तो आयेगा ही. चिंता की बात यह भी है कि फर्स्ट वेव से ज्यादा घातक सेकेंड वेव हो सकता है. यह भी पढ़ें : Coronavirus Update: भारत में दर्ज हुए कोविड के करीब 29 हजार नए मामले, 61 फीसदी महाराष्ट्र से
कैसे रोका जा सकता है सेकेंड वेव को?
डॉ शाह कोविड के इस सेकेंड वेव को लेकर चिंता व्यक्त करते हैं. उनका कहना है कि अगर इस पर नियंत्रण रखना है तो इसके लिए दो बातों का ध्यान रखना होगा. पहला यह कि ज्यादा से ज्यादा लोग वैक्सीन का लाभ उठाएं. दूसरा है मास्क पहन कर ही बाहर निकलें. हमारी कोशिश होनी चाहिए कि हम जितनी जल्दी हो सके वैक्सीन को लोगों तक ले जाएं. नो डाउट यह काम सरकार का है और वह कर भी रही है.
राज्य सरकार पर आरोप उचित नहीं
शाह कहते हैं, -राज्य सरकार कोविड को लेकर गंभीरता नहीं है, ऐसा कहना उचित नहीं होगा. लेकिन मुख्य समस्या हमारे यहां के धार्मिक आयोजन हैं. मसलन कुंभ मेला सरकार चाहकर भी कंट्रोल नहीं कर सकती. क्रिकेट मैचों में भी आप देखिये, सरकार ने थोड़ी छूट दी थी, लेकिन हालात के बदलते ही उस पर भी प्रतिबंध लगा दिया. कभी कभी सरकार को कुछ अत्यावश्यक चीजें करनी पड़ती हैं, यह उनकी मजबूरी है, ये चीजें कभी-कभी बैक फायर तो करेंगी ही. सरकार आखिर कब तक इकोनॉमी को बर्बाद करेगी. ये प्रॉब्लम महाराष्ट्र ही नहीं बल्कि पूरे देश को सता रही है. यह भी पढ़ें : Coronavirus Update: कोरोना वायरस से संक्रमित नहीं हैं अभिनेत्री तारा सुतारिया
जनता बोर हो गई है कोविड नाम से
डॉ शाह इस दलील को नहीं मानते कि जनता के मन से कोविड का भय खत्म हो चुका है. वे कहते हैं, सभी जानते हैं कि कोविड खत्म नहीं हुआ है. अलबत्ता लोग थक गये हैं, तंग आ चुके हैं कोविड के नाम से. लोग कहने लगे हैं कि जो होना है होने दो. 95 प्रतिशत जनता को माइल्ड कोविड होता है, हम उसी में निकल जायेंगे. हां इस तरह की लापरवाही लोगों में आई है कि कोविड होगा तो देखा जायेगा.