महिलाओं को ही नहीं पुरुषों को भी होता है मेनोपॉज, इसकी शुरुआत होते ही उनमें दिखने लगते हैं ये लक्षण
पुरुषों में जब मेनोपॉज होता है तो उनके शरीर में टेस्टोस्टेरोन हार्मोन रिलीज होना बंद हो जाता है. पुरुषों में मेनोपॉज आमतौर पर 50-60 साल की उम्र के बीच होता है. पुरुषों को जब मेनोपॉज होता है, तो उनके शरीर में कई तरह के बदलाव भी दिखने लगते हैं.
जब भी मेनोपॉज यानी रजोनिवृत्ति (Menopause) का जिक्र होता है, लोगों को अक्सर यही लगता है कि मेनोपॉज सिर्फ महिलाओं को होता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि मेनोपॉज से सिर्फ महिलाओं को ही नहीं, बल्कि पुरुषों (Male Menopause) को भी गुजरना पड़ता है. दरअसल, महिलाओं में मेनोपॉज होने पर उन्हें पीरियड्स आना बंद हो जाता है और बॉडी में कई तरह ही समस्याएं बढ़ने लगती हैं इसके विपरित पुरुषों में जब मेनोपॉज (Menopause in Men) होता है तो उनके शरीर में टेस्टोस्टेरोन हार्मोन रिलीज होना बंद हो जाता है. पुरुषों में मेनोपॉज आमतौर पर 50-60 साल की उम्र के बीच होता है. पुरुषों को जब मेनोपॉज होता है, तो उनके शरीर में कई तरह के बदलाव भी दिखने लगते हैं.
हालांकि मेनोपॉज के बाद पुरुषों को अपने जीवन के कई पहलुओं पर ध्यान देते हुए स्वस्थ जीवनशैली को अपनाने की कोशिश करनी चाहिए. चलिए जानते हैं पुरुषों को जब मेनोपॉज होता है तो उनके शरीर में किस तरह के शुरुआती लक्षण (Symptoms of Menopause in Male) नजर आ सकते हैं.
1- पाचन से जुड़ी समस्या
पुरुषों में जब मेनोपॉज आता है तो शुरुआती लक्षण के तौर पर उनमें पाचन से जुड़ी परेशानियां देखी जा सकती हैं. मेनोपॉज के चलते पुरुषों में अपच और सूजन जैसी समस्या होने लगती है. ऐसे में अगर आप अपने आहार को नियंत्रित नहीं करेंगे तो आपकी पाचन तंत्रिका को नुकसान पहुंच सकता है, जो इंटेस्टाइन, लिवर और गॉल ब्लेडर से जुड़ी परेशानियों का कारण बन सकता है. यह भी पढ़ें: International Men’s Health Week 2019: स्वस्थ रहने के लिए पुरुषों को 30 साल की उम्र के बाद जरूर कराने चाहिए ये 10 टेस्ट
2- मानसिक स्थिति में बदलाव
जब पुरुषों में मेनोपॉज होता है तो इसका असर उनकी मानसिक स्थिति पर दिखाई दे सकता है. मेनोपॉज की सीधा असर मानसिक स्थिति पर पड़ता है. इसके लक्षण के तौर पर गंभीर न्यूरोलॉजिकल चिंता और तनाव बढ़ सकता है. ऐसी अवस्था में कई पुरुषों की कार्य क्षमता में भी तेजी से गिरावट आने लगती है. कुछ पुरुषों में मेमरी लॉस और याददाश्त कमजोर होने जैसी परेशानियां भी हो सकती हैं, इसलिए तनाव मुक्त रहने का प्रयास करें.
3- दिल से जुड़ी परेशानियां
पुरुषों में मेनोपॉज होने पर दिल से जुड़ी परेशानियां भी उभर सकती हैं. मेनोपॉज के समय शरीर के कुछ अंग धीरे-धीरे काम करना कम देते हैं. ब्लड वेसल्स का कार्य प्रभावित होता है और दिल की सेहत पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है. कुछ पुरुषों में चक्कर आने और दिल की धड़कनों के तेज होने की समस्या हो सकती है. ऐसे में बेहद जरूरी है कि आप सही आहार लें और नियमित रूप से व्यायाम करें.
4- अनिद्रा की समस्या
जो व्यक्ति तनावपूर्ण जीवन जी रहे हैं और अगर उनमें मेनोपॉज आ जाए तो उन्हें अनिद्रा की समस्या हो सकती है. अगर 50-60 साल की उम्र के बीच आपको देर रात तक नींद न आए और शारीरिक कमजोरी महसूस होने लगे तो यह मेनोपॉज का संकेत हो सकता है. मेनोपॉज के बाद अधिकांश पुरुषों में अनिद्रा की समस्या हो सकती है. यह भी पढ़ें: डॉक्टर से ये पांच सवाल पूछने से कतराते हैं ज्यादातर मर्द, इसे समझते हैं अपनी शान के खिलाफ
5- हड्डियों की कमजोरी
मेनोपॉज होने पर पुरुषों के शरीर की हड्डियां कमजोर होने लगती हैं. मेनोपॉज होने पर हड्डियां कमजोर होकर अपने आप ज्वाइंट्स छोड़ने लगती हैं. इस दौरान जरा सी चोट से हड्डियां टूट भी सकती हैं. इसके अलावा व्यक्ति में उदासीनता घर करने लगती है और शरीर का संतुलन बिगड़ने लगता है. ऐसी स्थिति से बचने के लिए अपने खानपान और जीवनशैली का खास तौर पर ख्याल रखें.
नोट- इस लेख में दी गई तमाम जानकारियों को केवल सूचनात्मक उद्देश्य से लिखा गया है. इसकी वास्तविकता, सटीकता और विशिष्ट परिणाम की हम कोई गारंटी नहीं देते हैं. इसमें दी गई जानकारियों को किसी बीमारी के इलाज या चिकित्सा सलाह के लिए प्रतिस्थापित नहीं किया जाना चाहिए. इस लेख में बताए गए टिप्स पूरी तरह से कारगर होंगे या नहीं इसका हम कोई दावा नहीं करते है, इसलिए किसी भी टिप्स या सुझाव को आजमाने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें.