क्या आप साइनस से पीड़ित हैं? इस समस्या से निजात पाने के लिए आजमाएं ये 5 कारगर उपाय
साइनस के अंदर की चिपचिपी झिल्ली में सूजन आने की वजह से साइनस की समस्या हो जाती है. इसके कई कारण हैं जैसे- नाक की हड्डी का टेढ़ा होना, नाक की हड्डी का बढ़ जाना, बढ़ता हुआ प्रदूषण, धूल मिट्टी से एलर्जी, दांतों में दर्द और दूषित पानी पीना इत्यादि. हालांकि आप अपने डेली डायट में कुछ चीजों को शामिल करके इसके लक्षणों को काफी हद तक कम कर सकते हैं.
बदलते मौसम के साथ सर्दी-जुकाम होना आम बात है, लेकिन अगर लंबे समय तक सर्दी-जुकाम की स्थिति बनी रहे तो इसे हल्के में नहीं लेना चाहिए, क्योंकि यह साइनस का लक्षण (Symptoms Of Sinus) हो सकता है. साइनस को साइनसाइटिस भी कहा जाता है. साइनसाइटिस (Sinusitis) की समस्या होने पर नाक व चेहरे पर सूजन आ जाती है, नाक से तरल पदार्थ बहना शुरू हो जाता है, मुंह का स्वाद बिगड़ जाता है और गंध का पता नहीं चल पाता है. आमतौर पर इसके लक्षण 10 दिनों से 8 सप्ताह तक रह सकते हैं. यहां तक कि गंभीर मामलों में साइनस के लक्षण लंबे समय तक भी रह सकते हैं. आगर आप या आपके प्रियजन साइनस (sinus infections) के दर्द से पीड़ित हैं तो हम आपके लिए लेकर आए हैं साइनसाइटिस के लक्षणों को कम करने के पांच कारगर टिप्स (Tips To Reduce Sinusitis Symptoms).
दरसअल, साइनस के अंदर की चिपचिपी झिल्ली में सूजन आने की वजह से साइनस की समस्या हो जाती है. इसके कई कारण हैं जैसे- नाक की हड्डी का टेढ़ा होना, नाक की हड्डी का बढ़ जाना, बढ़ता हुआ प्रदूषण, धूल मिट्टी से एलर्जी, दांतों में दर्द और दूषित पानी पीना इत्यादि. हालांकि आप अपने डेली डायट में कुछ चीजों को शामिल करके इसके लक्षणों को काफी हद तक कम कर सकते हैं.
साइनस से राहत पाने के 5 तरीके
1- रोज सुबह एक गिलास गर्म पानी में एक चुटकी हल्दी और काली मिर्च डालकर पीना चाहिए. दरअसल, गुनगुना पानी गले को शांत करता है, जबकि हल्दी बैक्टीरिया को मारने में मदद करता है और काली मिर्च सूजन को कम करता है.
2- अपने डेली डायट में अनानास यानी पाइनऐप्पल को शामिल करें. एंटीऑक्सिडेंट् से भरपूर अनानास नाजुक श्लेष्म झिल्ली को नुकसान से बचाता है. इसके अलावा इसके नियमित सेवन से साइनस से होनेवाले सूजन को कम करने में मदद मिलती है.
3- साइनस के लक्षणों को कम करना है तो हर्बल चाय पीने की आदत डाल लीजिए. अदरक, दालचीनी, हल्दी और अन्य मसालों द्वारा बनाई गई चाय सेहत से भरपूर होती है. इसमें मौजूद एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण बलगम को बाहर निकालने में मदद करते हैं. यह भी पढ़ें: कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए डायट में शामिल करें ये चीजें, बॉडी का इम्यून सिस्टम होगा मजबूत
4- साइनस की समस्या से राहत पाने के लिए अपने भोजन में लहसुन को जरूर शामिल करें. दलअसल, लहसुन में मौजूद सल्फर यौगिक सूजन और दर्द को कम करके साइनस के लक्षणों से निजात दिलाता है.
5- किसी भी तरह के सूजन, दर्द या फ्लू को ठीक करने के लिए हल्दी वाला दूध रामबाण साबित हो सकता है. दूध में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाले एंजाइम और हल्दी में एंटी-बैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं, जिससे साइनस के लक्षणों को कम करने में मदद मिलती है.
बहरहाल, इन कारगर उपायों को आजमाने के लिए आलावा इस बात का ध्यान रखना भी जरूरी है कि अगर आप साइनस से पीड़ित हैं तो आपको ठंडे पानी, कोल्ड ड्रिंक्स, खाद्य पदार्थों को सीधे फ्रिज से बाहर निकालकर उसका सेवन करने से बचना चाहिए. इसके अलावा सूर्यास्त के बाद केला खाने से बचें, क्योंकि इससे कंजेशन और गले में खराश की समस्या हो सकती है.