अकसर जब आप गहरी नींद के बाद जागते हैं तो आपके होंठ के कोनों पर सफेद पपड़ी सी जमी नजर आती है. वस्तुतः यह निद्रा अवस्था में आपके मुंह से द्रव के रूप में निकला लार (saliva) होता है. लार क्या होता है, और सोते समय लार क्यों गिरता है. इस संदर्भ में डॉ जीतेंद्र सिंह कहते हैं कि 18 माह तक के बच्चों का लार गिरना स्वाभाविक होता है, क्यों वे मुंह से निकले तरल पदार्थ जो वास्तव में लार होता है, उसे निगलते नहीं और वह जब वे सोते हैं, तो वही इकट्ठा हुआ लार मुंह से गिरता है. कभी-कभी कुछ बड़ी उम्र के लोगों के मुंह से भी सोते समय लार गिरता है, कभी यह सामान्य प्रक्रिया के तहत होता है तो कभी छोटी-मोटी समस्याएं इसकी वजह हो सकती हैं. बड़ी उम्र के लोगों को ऐसी समस्या है तो उन्हें पहले घरेलू उपचारों को अमल में लाना चाहिए. इसके बाद भी अगर समस्या का समाधान नहीं होता, तब किसी ईएनटी स्पेश्यलिस्ट से सलाह लेनी चाहिए. लेकिन इससे पहले लार गिरने के कारण अवश्य जान लें.
संभावित कारणः
एलर्जी (Allergies)- यदि आपको किसी चीज से एलर्जी है तो मुंह की स्वाद ग्रंथियां विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने के लिए अत्यधिक लार का उत्पादन करता है.
साइनस कंजेशन (Sinus Congestion)- अगर आपके साइनस में सूजन या संक्रमण हो गया है तो यह कुछ भी निगलते समय रुकावट पैदा करता है, और अवांछित लार का कारण बन सकता है.
गले का संक्रमण (Strep Throat)- यदि आपको गले में दर्द के कारण भोजन अथवा कुछ भी वस्तु निगलने में परेशानी हो रही है तो यह स्ट्रेप थ्रोट का कारण हो सकता है, जिसे आम भाषा में गले में खरास कहा जाता है.
टांसिल (tonsil)- कभी-कभी टांसिल ग्लैंड्स बढ़ने से गले में स्वेलिंग हो जाती है, जिससे कुछ भी खाते समय उसे निगलने में कठिनाई होती है. ऐसे में रात को सोते समय लार गिर सकता है. यह भी पढ़ें : Heatstroke: गर्मियों में जानलेवा न बन जाए हीट स्ट्रोक, लक्षणों की पहचान कर ऐसे करें बचाव
नींद में डरने से- कुछ लोगों को अकेले सोने में डर लगता है, जिसकी वजह से भी लार गिरने की शिकायत आती है.
इसके अलावा और भी कारण उदाहरण स्वरूप नींद में चलने, तनाव, अनिद्रा जैसी समस्याएं भी लार गिरने का कारण हो सकती है.
लार रोकने के कारगर उपाय!
* रात को सोने से पहले गर्म पानी का भाप लें. इस तरह आप मुंह के बजाय नाक से सांस लेने में आपकी मदद करेगा, जिससे लार का गिरना रुक सकता है
* रात में सोने से पूर्व एक गिलास गुनगने पानी में फिटकरी की चुटकी भर मात्रा मिलाकर इससे गरारे करें. इससे ज्यादा लार गिरने से राहत मिलेगी
* अगर बासी भोजन खाने की आदत है, तो उसे तत्काल त्याग दें. सोने से पूर्व तुलसी के पत्ते चबाकर खाएं और पानी पीएं. एक सप्ताह तक ऐसा करें लार गिरने पर नियंत्रण होगा.
* एक छोटा टुकड़ा दालचीनी का लें और इसे पानी में उबालकर इसमें शहद मिला दें. इसे एक सप्ताह तक पियें लार पर नियंत्रण होगा.
* लंच अथवा डिनर के बाद आधा छोटा चम्मच आंवले का पाउडर पानी के साथ फांक लें. यह आपके लिए फायदेमंद होगा. इससे दोहरा लाभ मिलेगा, अतिरिक्त लार पर तो नियंत्रण होता ही है, साथ ही एसिडिटी के लिए भी यह नुस्खा किसी रामबाण से कम नहीं है. कभी-कभी एसिडिटी की वजह से भी लार गिरता है.
* रात को सोने से पहले एक गिलास पानी पीकर एक नींबू का छोटा छिलका चबाकर खायें. एक सप्ताह के भीतर लार पर नियंत्रण आ जायेगा,
* अकसर पेट के बल अथवा दायें या बाएं करवट सोने से भी लार गिरता है. इसलिए अपने सोने की अवस्था को बदलें. पीठ के बल स्ट्रेट सोने की कोशिश करें.